जिलाधिकारी स्वाति एस भदौरिया ने एनएचआईडीसीएल अधिकारियों की बैठक लेते हुए जिले में राष्ट्रीय राजमार्ग निर्माण कार्यो की प्रगति समीक्षा की। जिले में कछुवा चाल से चल रहे सड़क निर्माण कार्यो पर डीएम ने एनएच अधिकारियों एवं ठेकेदारों को जमकर फटकार लगाते हुए निर्माण कार्यो में तेजी लाने के सख्त निर्देश दिए। कहा कि दोगुनी मैनपावर के साथ प्रत्येक दिन कम से कम 300 मीटर सड़क का डामरीकरण करना सुनिश्चित करें और लैडस्लाइड एवं अन्य संवेदनशील स्थानों पर सुरक्षात्मक कार्य तत्काल पूरा करें। इस दौरान राजस्व की लंबित देयता, क्षतिपूर्ति प्रकरणों एवं जनता की शिकायतों की समीक्षा करते हुए शीघ्र आवश्यक कार्यवाही सुनिश्चित करने के भी निर्देश दिए गए।
जिलाधिकारी ने कहा कि एनएच की कटिंग से जिले में पूरा राष्ट्रीय राजमार्ग बेहद खराब स्थित में है। सड़क पर जगह-जगह धूल, मिट्टी और गढ्ढो से पूरी जनता परेशान है। एनएच की कटिंग से सड़कों पर कई जगह डेंजर जोन बन गए हैं, जो आए दिन सड़क दुर्घटनाओं को न्योता दे रहे है। इतना समय बीत जाने के बाद भी एनएच का कार्य पूरा न होना घोर लापरवाही है। उन्होंने राष्ट्रीय राजमार्ग निर्माण की धीमी प्रगति पर नाराजगी व्यक्त करते हुए एनएच अधिकारियों को दोगुनी मैनपावर के साथ काम करते हुए हर दिन कम से कम तीन सौ मीटर सड़क ब्लैकटॉप कराने के निर्देश दिए। कहा कि इसके लिए नया हॉटमिक्स प्लांट लगाने की आवश्यकता है, तो लगाएं, परंतु सड़क निर्माण कार्य शीघ्र पूरा करना सुनिश्चित करें, ताकि जनता को राहत मिल सके। जिलाधिकारी ने राष्ट्रीय राजमार्ग पर बने डेंजर जोन और धूल उड़ने वाली जगहों पर प्राथमिकता से ब्लैकटॉप कराते हुए सुरक्षा के लिए क्रैश बैरियर, डेलमीनेटर लगाने के निर्देश एनएच के अधिकारियों को दिए। कहा कि सड़क पर जहां भी मलवा पड़ा है उसे तत्काल हटाए और संवेदनशील स्थानों पर सीसीटीवी कैमरे लगाना सुनिश्चित करें। जिलाधिकारी ने सभी एसडीएम को भी निर्देश दिए कि अपने क्षेत्रों में एनएच निर्माण कार्यों की रेगुलर मॉनिटरिंग करते हुए मग डिस्पोजल न करने तथा अवैध भंडारण पाए जाने पर कड़ी कार्रवाई करना सुनिश्चित करें।
रॉयल्टी जमा न किए जाने पर भी जिलाधिकारी ने एनएचआईडीसीएल के अधिकारियों एवं ठेकेदारों को आड़े हाथों लिया। उन्होंने सख्त निर्देश दिए कि तीन दिनों के भीतर शतप्रतिशत रॉयल्टी राजकोष में जमा करना सुनिश्चित करें। एनएचआईडीसीएल द्वारा भूमि, भवन एवं अन्य परिसंपत्तियों की लंबित क्षतिपूर्ति मामलों और आम जनता की लंबित शिकायतों का निस्तारण न करने पर भी जिलाधिकारी ने नाराजगी जताई। उन्होंने एनएच के अधिकारियों को 25 अक्टूबर से पहले क्षतिपूर्ति के सभी मामलों का भुगतान सुनिश्चित करने को कहा। चेतावनी दी कि ऐसा न करने पर एफआईआर दर्ज करते हुए कडी कार्रवाई भी अमल में लाई जाएगी। इस दौरान भनेरपानी, पीपलकोटी, गडोरा, मायापुर, चमोली, मैठाणा, कौड़िया, नंदप्रयाग आदि स्थानों पर सड़कों में पड़े गढ्ढों, जलभराव की समस्या, मलवा निस्तारण और सुरक्षात्मक कार्यो से जुड़ी जनता की तमाम शिकायतों की समीक्षा की गई और समस्याओं का तत्काल निस्तारण करने के निर्देश दिए गए।
एनएचआईडीसीएल के महाप्रबंधक कर्नल संदीप कार्की ने अवगत कराया कि राष्ट्रीय राजमार्ग पर कमेडा से हेलंग तक 83.60 किलोमीटर में से 75 किलोमीटर कटिंग कार्य किया गया है। जिसमें से 43 किलोमीटर सड़क ब्लैकटॉप का कार्य कर लिया गया है। ठेकेदारों को हर महीने 3.5 किलोमीटर सड़क ब्लैकटॉप करने का लक्ष्य दिया गया है। हिल कटिंग से बने स्लाइड जोनों पर ट्रीटमेंट कार्य प्रगति पर है तथा जल्द ही सड़क से मलवा निस्तारण एवं सुरक्षा के लिए संवेदनशील स्थानों पर क्रैश बैरियर, डेलमीनेटर तथा सीसीटीवी लगाए जाएंगे। बैठक में एसडीएम बुशरा अंसारी, एनएचआईडीसीएल के महाप्रबंधक कर्नल संदीप कार्की, इंजीनियर शशिकांत मणी, अंकित शर्मा, प्रोजेक्ट मैनेजर आरएस यादव, गजेन्द्र गौर आदि उपस्थित थे।