सोमवार को क्लेक्ट्रेट सभागार में आयोजित जन सुनवाई में जिलाधिकारी स्वाति एस भदौरिया ने फरियादियों की समस्याएं सुनी। जनता दरवार में फरियादियों ने सड़क, शिक्षा, दैवीय आपदा में क्षतिग्रस्त आवास, पैदल मार्ग, सुरक्षा दीवार, शौचालय निर्माण की जाॅच, जल विद्युत परियोजना निर्माण से क्षति का मुआवजा दिलाने आदि से जुड़ी 16 शिकायतें जिलाधिकारी के समक्ष रखी। जिलाधिकारी ने संबधित अधिकारियों को तत्काल शिकायतों का निस्तारण के निर्देश दिए। इस दौरान जिलाधिकारी ने शिकायत प्रकोष्ठ, तहसील दिवस, बहुउदेशीय शिविर व अन्य स्तरों से प्राप्त शिकायतों की भी समीक्षा करते हुए त्वरित निस्तारण करने को कहा।
जिलाधिकारी ने शिकायतों का त्वरित निस्तारण करने, शिकायतों के निस्तारण की नियमित रिपोर्ट शिकायत निवारण प्रकोष्ठ को उपलब्ध कराने के साथ-साथ शिकायतकर्ता को भी फोन से अवगत कराने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि जो भी शिकायतें जन सुनवाई में रखी जाती है उन्हें प्राथमिकता से निश्चित समय सीमा के भीतर निपटाया जाए, ताकि लोगों को इसका लाभ मिल सके। डीएम ने कहा कि आपदा की दृष्टि से जहाॅ भी खतरा बना हुआ है वहाॅ पर भी तत्काल सुरक्षात्मक कार्य सुनिश्चित किए जाए।
जन सुनवाई में वन विभाग से कोई भी अधिकारी मौजूद न रहने पर जिलाधिकारी ने उप वन संरक्षक को कारण बताओ नोटिस जारी करने के निर्देश दिए। वही संचार व्यवस्था से जुड़ी समस्या के बारे में ठीक से जानकारी न देने पर बीएसएनएल के एसडीओ को फटकार लगाते हुए बैठक से बाहर किया। दरअसल दशोली के पूर्व प्रमुख भगत सिंह बिष्ट ने जन सुनवाई में मंडल क्षेत्र में पिछले 10 दिनों से बीएसएनएल सेवा बाधित होने से दर्जनों गांवों में उपभोक्ताओं को हो रही परेशानी का मामला डीएम के समक्ष रखा। एसडीओ बीएसएनएल से इस समस्या के बारे में पूछे जाने पर वे ठीक से कोई जबाव नही दे पाए। जिस पर जिलाधिकारी ने एसडीओ को जमकर फटकार लगाई और बैठक से बाहर किया। उन्होंने अगली जन सुनवाई में बीएसएनएल से ओएफसी लाईन से जुड़े अधिकारी को उपस्थित रहने तथा शीघ्र ओएफसी लाईन को ठीक कराने के निर्देश भी दिए।
जन सुनवाई में भट्टनगर के समस्त ग्रामवासियों ने ऋषिकेश-कर्णप्रयाग रेल परियोजना के तहत अधिग्रहित भूमि से आने जाने के लिए रास्ते न होने की समस्या पर डीएम ने एसडीएम कर्णप्रयाग को तत्काल जाॅच कर आख्या उपलब्ध कराने को कहा। मैठाणा में बसुन्धरा लाॅज के निकट एनएच चैडीकरण के बाद सुरक्षा दीवार न दिए जाने से बरसात में भू-स्खलन के कारण आवासीय मकान को बने खतरे तथा पुरसाडी में सड़क का पानी आवासीय भवन के पीछे बहने की समस्या पर डीएम ने एनएचआईडीसीएल के डीजीएम को शीघ्र सुरक्षात्मक कार्यवाही करने के निर्देश दिए। नगर पालिका परिषद गौचर के अन्तर्गत एक शिक्षिका के द्वारा अवैध कब्जा कर भवन निर्माण करने के शिकायत पर डीएम ने राजस्व टीम को तत्काल निर्माण पर रोक लगाने तथा शिक्षा अधिकारी को शिक्षिका के विरूद्व विभागीय कार्यवाही अमल में लाने के निर्देश दिए है।
टीएचडीसी द्वारा विष्णुगाड-पीपलकोटी जल विद्युत परियोजना निर्माण में किए जा रहे विस्फोट के कारण दुर्गापुर (बौला) में हो रहे भू-स्खलन से आवासीय भवन, गौशाला व खेतों को हुए नुकसान का मुआवजा न दिए जाने की शिकायत पर एसडीएम को टीएचडीसी के जनरल मैनेजर के साथ जाॅच कर आवश्यक कार्यवाही करने के निर्देश दिए गए। राइका डुग्री मैकोट में जीर्ण-र्शीण कक्षा कक्षों की मरम्मत के लिए डीईओ को आवश्यक कार्यवाही करने को कहा गया। वही अतिवृष्टि के कारण पोखरी ब्लाक के मसोली गांव निवासी निर्मला देवी का आवसीय भवन क्षतिग्रस्त होने, पाव गांव में बलबीर लाल के आवासीय भवन के आगे दीवार ढह जाने से बने खतरे, पपडियाणा में प्रीति नेगी के मकान को बने खतरे की शिकायत पर एसडीएम को जाॅच कर सुरक्षात्मक कार्यवाही करने को कहा गया। मसोली गांव के सोबत लाल की आवास की मांग पर सीडीओ का जाॅच कर कार्यवाही करने को कहा गया। जन सुनवाई में अन्य शिकायतों का भी त्वरित निस्तारण के निर्देश दिए गए।
जन सुनवाई में सीडीओ हंसादत्त पांडे, एडीएम एमएस बर्निया, सीएमओ डा. एके डिमरी, एसडीएम बुशरा अंसारी, पीडी प्रकाश रावत, डीडीओ एसके राॅय, जीएमडीआईसी डा. एमएस सजवाण सहित सड़क, शिक्षा, वन, समाज कल्याण, पेयजल, कृषि, उद्यान आदि विभागों के अधिकारी उपस्थित थे।