जिलाधिकारी स्वाति एस भदौरिया ने विकासखण्ड दशोली के रोपा आंगनबाडी केन्द्र पहुॅचकर अतिकुपोषित बच्ची आरूषी का हालचाल जाना। रोपा आंगनबाडी केन्द्र में पूर्वशाला शिक्षा ले रही अति कुपोषित बच्ची आरूषी को जिलाधिकारी ने गोद ले रखा है। भ्रमण के दौरान जिलाधिकारी ने आंगनबाडी केन्द्र में मूलभूत व्यवस्थाओं का निरीक्षण भी किया।
जिलाधिकारी स्वाति एस भदौरया ने रोपा आंगनबाडी केन्द्र में अति कुपोषित बच्ची आरूषी के स्वास्थ्य के बारे में जानकारी लेते हुए बच्ची के माता-पिता को पौष्टिक आहर व नियमित दूध पिलाने की सलाह दी। उन्होंने आंगनबाडी केन्द्र में बच्चों के टीकाकरण, पोषाहार, टीएचआर वितरण आदि के बारे में जानकारी लेते हुए सभी बच्चों को चाॅकलेट बाॅटी। आंगनबाडी केन्द्र में अति कुपोषित बच्ची आरूषी को जिलाधिकारी ने पोषाहार के रूप में सेब, अनार, ड्राईफ्रूटस तथा स्कूल टिफिन, वाटर वोटल देते हुए आरूषी का विशेष ध्यान रखने तथा उसके स्वास्थ्य के बारे में नियमित जानकारी उपलब्ध कराने के निर्देश आंगनबाडी कार्यकत्री को दिये। आंगनबाडी केन्द्र में पूर्वशाला शिक्षा ले रही आरूषी की माता का नाम रवीना देवी तथा पिता का नाम भरत लाल है। मानकों के अनुसार आरूषी का वास्तविक वजन कम होने के कारण अति कुपोषित की श्रेणी में रखी गई। विदित हो कि बालिक दिवस के अवसर पर आयोजित कार्यक्रम के दौरान जिलाधिकारी ने अति कुपोषित बच्ची आरूषी गोद लिया था, इसी क्रम में जिलाधिकारी ने रोपा आंगनबाडी पहुॅचकर बच्ची का हालचाल जाना। इस दौरान जिलाधिकारी ने आंगनबाडी में पढ रहे सभी बच्चों से बातचीत करते हुए उनके पठन पाठन की परख की तथा बच्चों को चाॅकलेट भी बाॅटी।
इस दौरान जिलाधिकारी ने रोपा आंगनबाडी केन्द्र में पेयजल, कीचन, शौचालय आदि व्यवस्थाओं का निरीक्षण भी किया। उन्होंने बचपन प्रोजेक्ट के तहत अगले चरण में रोपा आंगनबाडी केन्द्र को माॅडल आंगनबाडी के रूप में शामिल करते हुए सभी आवश्यक मूलभूत सुविधाएं उपलब्ध कराने के निर्देश जिला कार्यक्रम अधिकारी को दिये। इस दौरान उन्होंने बच्चों के माता पिता से बातचीत करते हुए आंगनबाडी केन्द्र को और अच्छा बनाने के लिए उनके सुझाव भी लिये।
इस दौरान डीपीआरओ/जिला कार्यक्रम अधिकारी हरीश आर्या, प्रभारी बाल विकास परियोजना अधिकारी गीता नेगी, आंगनबाडी कार्यकत्री सुनीता, सहायक कार्यकत्री मदनी देवी, राजस्व उप निरीक्षक नीमा शाह, बछेर व रोपा ग्राम प्रधान आदि मौजूद थे।