गोपेश्वर।

चमोली जिले में 13,14 अगस्त को हुई अतिवृष्टि , बादल फटने की घटनाओं , और मलवे बोल्डरों की चपेट में आये बंड क्षेत्र गडोरा मायापुर के आपदा प्रभावितों ने बद्रीनाथ हाइवे पर उतर कर राहत बचाव के कार्य जमीनी तौर पर करने की मांग की। आपदा प्रभावितों ने कहा आपदा से जिन प्रभावितों के मकान , दुकान और अन्य सम्पति मलवे में दब कर बर्बाद हो गई है । उनके मुआवजे की कोई नीति अभी तक नहीं बनी । प्रदर्शन कर रहे प्रभावितों ने कहा उनकी मांगे पूरी नहीं की गई तो उन्हें बड़ा आन्दोलन कर बद्रीनाथ हाइवे जाम करने पर विवश होना पड़ेगा। प्रदर्शन कर रहे आपदा पीड़ितों ने यह भी कहा राहत और बचाव के जो दावे किये जा रहे हैं । वे सब हवाई और आंकड़ों तक हैं। जमीन पर ऐसा नहीं है
बता दें 13 अगस्त की रात को बंड क्षेत्र में बादल फटने की घटना से भारी नुकसान हुआ था स्थानीय लोगों के मकान , खेत समेत निजी भूमि , होटल , दुकानें मलबे की चपेट में आगे थे ‌।
क्षेत्र में पेयजल लाइन विद्युत लाइन में , पेयजल भी क्षतिग्रस्त हो गई थी । प्रशासन का दावा है कि टीम ने मौके पहुंचकर प्राथमिक तौर पर लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया । हर सम्भव सहायता प्रभावितों के लिए की जा रही है । अहैतुक धन राशि , राशन किट , निशुल्क भोजन ब्यवस्था की जा रही है। जिला आपदा प्रबंधन अधिकारी एन के जोशी ने यह जानकारी देते हुए बताया कि क्षेत्र में पेयजल और विद्युत लाइनों को ठीक करने के लिए कार्मिक मौके पर लगातार जुटे हैं। दूसरी तरफ आपदा प्रभावितों में व्यवस्थाओं को जमीन पर प्रयाप्त नहीं बताते हुए नाराजगी व्यक्त की है ।और प्रशासन को बदरीनाथ राष्ट्रीय राजमार्ग जाम करने की चेतावनी दी । सोमवार को आपदा प्रभावित और स्थानीय जनप्रतिनिधि बदरीनाथ राष्ट्रीय राजमार्ग पर एकत्र हुए । मौके पर तहसील प्रशासन की ओर से तहसीलदार धीरज राणा पहुंचे।उन्होंने आपदा प्रभावितों की समस्याओं को सुना ।उसके समाधान के लिए उन्हें आश्वस्त किया कि प्रशासन की ओर से उनकी हर समस्या के समाधान के लिए कार्रवाई की जा रही है। इस दौरान नगर पंचायत अध्यक्ष रमेश बंडवाल ने तहसील प्रशासन को बताया कि पेयजल के साथ-साथ लोगों के घरों के मलबे हटाने में बहुत अधिक समय लग रहा है साथ ही जिनके पूरे घर में दब चुके हैं होटल मलबे में दब चुके हैं उनको लेकर भी प्रशासन और शासन की ओर से कोई नीति स्पष्ट नहीं की गई ।ऐसे में आपदा प्रभावितों को मजबूरन इस दुख की घड़ी में सड़क पर आंदोलन करने को मजबूर होना पड़ रहा है उन्होंने प्रशासन और शासन से निवेदन किया है कि शीघ्र अति शीघ्र आपदा प्रभावितों की समस्याओं के समाधान किए जाएं इस दौरान नगर पंचायत के पार्षद आपदा प्रभावित आदि मौजूद रहे।