भारती उत्तराखंड में स्कीइंग खेलों के प्रति सरकार की उदासीनता स्थानीय खिलाड़ियों पर भारी पड़ती नजर आ रही है चमोली की जोशीमठ क्षेत्र की रहने वाली संगीता और भारती खेलो इंडिया में स्की न मिलने के कारण प्रतिभाग करने से रुक गई
जिससे दोनों ही खिलाड़ियों में काफी निराशा दिखाई दे रही है खिलाड़ियों का आरोप है कि गढ़वाल मंडल विकास निगम की और खिलाड़ियों को स्कीइंग करने के लिए स्की नहीं दी जाती है जिसकी वजह से खिलाड़ियों को परेशानियों का सामना करना पड़ता है
खिलाड़ियों के परिजन श्रीमती लक्ष्मी देवी ने आरोप लगाया कि जहां सरकार महिलाओं को हर क्षेत्र में आगे बढ़ने के अवसर प्रदान करने की बात करती है तो वहीं विभाग और मैनेजमेंट की छोटी-छोटी लापरवाही खिलाड़ियों पर भारी पड़ती है आज महिला दिवस है और इस तरीके से देश की बेटियों का अपमान होना कहीं ना कहीं विभाग की कार्यप्रणाली पर सवालिया निशान खड़े करता है
स्कीइंग खिलाड़ी भारती ओर संगीता अपने आप को बड़ा ही निराश और दुखी महसूस करते हैं जब इस तरीके के इवेंट में उन्हें मौका नहीं मिलता है केवल नेशनल खेलों के दौरान ही इन खिलाड़ियों को प्रत्येक इवेंट में खेलने का मौका मिलता है उसके बाद इन खिलाड़ियों को कोई पूछने वाला नहीं होता है जिसे खिलाड़ी काफी निराश होते हैं गोल्ड मेडल जीतने वाले यह बालिकाएं आज अपने घरों में बैठकर नए-नए सपने देखती हैं लेकिन इन सपनों को साकार करने वाली सरकार है कि इनके बारे में नहीं सोचती हैं
वहीं उत्तराखंड टीम के कोच अजय भट्ट का कहना है कि कुछ लापरवाही की वजह से इस इवेंट में भारती को मौका नहीं मिला उनका कहना है कि भारती एक अच्छी खिलाड़ी है और उनको स्कीइंग के क्षेत्र में और अवसर प्रदान किए जाएंगे लेकिन इस बार जो लापरवाही हुई है उसे दोबारा दोहराया नहीं जाएगा