शिक्षा विभाग में फर्जी प्रमाण पत्रों के आधार पर ट्रांसफर रुकवाने की शिकायत को लेकर कई शिक्षक लगातार शिकायत कर रहें हैं तो सोशल मीडिया पर भी सवाल खडे कर रहें हैं वही शिक्षक राजकीय शिक्षक संगठन पर दबाव बनाते हुए एसआईटी जांच करने की भी मांग ऐसे शिक्षकों के खिलाफ करने की बात कर रहा है,जो फर्जी प्रमाण पत्र के आधार पर ट्रांसफर रुकवाने का काम कर रहे हैं,

शिक्षकों के बीच से उठी इस मांग पर शिक्षा महानिदेशक बंशीधर तिवारी का कहना है कि अभी तक कोई ऐसा मामला संज्ञान में उनके आया नहीं है लेकिन मेडिकल चिकित्सा बोर्ड के आधार पर ही सर्टिफिकेट दिए जाते हैं यदि कोई ऐसा मामला संज्ञान में आया तो उसके खिलाफ जांच की जाएगी,

वही राजकीय शिक्षक संगठन के अध्यक्ष राम सिंह चौहान का कहना है कि अभी तक उन्हें किसी भी शिक्षक के द्वारा कोई ऐसा प्रमाण नहीं दिया गया है, जिसने फर्जी सर्टिफिकेट की आधार पर ट्रांसफर रुकवाने का काम कर रहा हो, यदि फर्जी प्रमाण के साथ कोई शिक्षक इस तरीके का वाक्य सबूत के साथ देता है, तो संगठन सरकार के साथ शिक्षा विभाग से भी ऐसे शिक्षकों के खिलाफ कार्रवाई की मांग करेगा।