सीएसआईआर – भारतीय पेट्रोलियम संस्थान अपने अनुभवी विशेषज्ञों एवं आधुनिक अनुसंधान तथा विकास सुविधाओं के साथ परिष्करण, पेट्रोरसायन, आटोमोटिव, ऊर्जा तथा संबद्ध उपभोक्ता उद्योग के कार्मिकों के लिए प्रशिक्षण कार्यक्रमों को आयोजित करने में अपना अग्रणी स्थान बनाए हुए है. संस्थान के द्वारा सीएसआईआर – आईआईपी समेकित कौशल विकास प्रशिक्षण कार्यक्रम के अंतर्गत विशेष रूप से उत्तराखंड निवासियों के लिए उत्तराखंड राज्य विज्ञान तथा प्रौद्योगिकी परिषद के द्वारा प्रायोजित चार प्रशिक्षण कार्यक्रम 20 जनवरी 2020 सोमवार को प्रारंभ किए गए हैं.
1. औद्योगिक उत्प्रेरण, उपक्रम तथा माइक्रोरिएक्टर अध्ययन पर चार सप्ताह के इस कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य सैद्धांतिक प्रशिक्षण के साथ-साथ प्रशिक्षार्थियों को प्रगत औद्योगिक उत्प्रेरक संश्लेषण, मूल्यांकन तथा अभिक्रियात्मक अध्ययन के बारे में प्रशिक्षण देना है.
2. विश्लेषणात्मक रसायन विज्ञान टूल्स तथा तकनीक विषय पर छ्ह सप्ताह तक चलने वाले इस प्रशिक्षण कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य प्रशिक्षणार्थियों को विभिन्न विश्लेषणात्मक तकनीक की गहन जानकारी देना तथा अभ्यास प्रदान करना है.
3. बायोरिएक्टर संबंधी अभ्यास प्रशिक्षण के अंतर्गत 3 सप्ताह तक चलने वाले इस कार्यक्रम में प्रशिक्षणार्थियों को जैव(बायो)प्रक्रम में प्रयोग किए जाने वाले विभिन्न उपकरणों के प्रयोग तथा रखरखाव संबंधी प्रशिक्षण प्रदान किया जाएगा, जैसे कि किण्वक(फर्मेंटर) तथा सम्बद्ध सुविधाएं कंप्रेसर, चिल्लर, बॉयलर, किण्वक प्रचालक सॉफ्टवेयर, प्रचालन परीक्षण, अपकेंद्रण आदि 4.
4. जैवईंधन – यह प्रशिक्षण कार्यक्रम उत्तराखंड आवासीय विश्वविद्यालय अल्मोड़ा के विज्ञान स्नातक (जैव ईंधन) के अंतिम वर्ष के छात्रों की कौशल विकास संबंधी आवश्यकताओं की पूर्ति के लिए तैयार किया गया है तथा इसकी प्रशिक्षण अवधि 8 सप्ताह है