कांग्रेस…अपनों की डूबी नाव तो अब निर्दलीयों पर लगाएंगे दांव, ऐसी है तैयारी
नामांकन वापसी के दौरान कांग्रेस के बड़े नेता बृहस्पतिवार को दिनभर डैमेज कंट्रोल में जुटे रहे। देहरादून समेत कई निकायों में प्रत्याशियों ने अपने नामांकन वापस भी ले लिए।
नामांकन वापसी के दौरान कांग्रेस के बड़े नेता बृहस्पतिवार को दिनभर डैमेज कंट्रोल में जुटे रहे। देहरादून समेत कई निकायों में प्रत्याशियों ने अपने नामांकन वापस भी ले लिए। वहीं, जिन निकायों में कांग्रेस प्रत्याशियों के नामांकन रद्द हुए हैं, उनके लिए विशेष योजना बनाई गई है।
दून नगर निगम समेत कई निकायों में टिकट न मिलने से नाराज होकर प्रत्याशियों ने नामांकनपत्र भरे थे। बृहस्पतिवार को नाम वापसी का दिन था। लिहाजा, कांग्रेस के कई कद्दावर नेता प्रत्याशियों के हक में नामांकन वापसी की कोशिशों में जुटे रहे। किसी को दिलासा दिया गया तो किसी को अनुशासनात्मक कार्रवाई की चेतावनी।
उनकी मान मनोवल कर रहे हैं। पार्टी का जोर इस बात पर है कि कोई भी निकाय ऐसा न रहे जहां कांग्रेस के अधिकृत या कांग्रेस समर्थित प्रत्याशी न हों। जिन निकायों में कांग्रेस के कार्यकर्ता नहीं माने हैं, उनके खिलाफ अनुशासनात्मक कार्रवाई की तैयारी की जा रही है।
भाजपा नेताओं, कार्यकर्ताओं को तोड़ने की कोशिश
प्रदेशभर में कांग्रेस ने कई भाजपा नेताओं, कार्यकर्ताओं को भी अपनी पार्टी ज्वाइन कराने पर फोकस बढ़ा दिया है। बृहस्पतिवार को कांग्रेस भवन में वार्ड 11 से कांग्रेस प्रत्याशी मोनिका के समर्थन में भाजपा कार्यकर्ता सुरेश पटेल, मदन, ललिता, आशीष गिल, ऊषा देवी, सोवन सजवाण, दीपचंद सिसोदिया, लीला और वार्ड 44 से आम आदमी पार्टी के विशाल बंसल, ऊषा, पूजा, जाहिद, अमन धीमान, सुमित्रा ने कांग्रेस का दामन थामा।