पहाड़ो मे शीतलहर का प्रकोप
चमोली जनपद के पहाड़ी क्षेत्रों में लगातार शीत लहर जारी है अब तो हालात इतने बिगड़ चुके हैं प्राकृतिक स्रोत जमने की कगार पर हैं और कुछ तो जम चुके है
चमोली जनपद के पहाड़ी क्षेत्रों में नदी, नाले, झरने सब जम चुके हैं चारों तरफ पाले की मोटी चादर दिखाई दे रही हैं
बद्रीनाथ धाम से लेकर हेमकुंड साहिब घांघरिया आदि जगहों पर पानी जम चुका है शीतलहर के चलते ग्रामीण क्षेत्रों में जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया है
जोशीमठ क्षेत्र के सभी प्राकृतिक नालों में पाले की मोटी परत जम चुकी है वही ऊंचाई वाले क्षेत्रों में लगातार सुखी ठंड होने से पानी जम चुक हैं लगातार बदलते मौसम में क्षेत्र में कड़ाके की ठंड लोगों के हाल बुरे कर रही हैं तापमान की बात करें तो रात को तापमान माइनस 10 से 12 तक पहुंच रहा है घरों में रखा पानी जम रहा है घरों को जोड़ने वाले नल जम रहे हैं पानी की पाइप फट रही है

कुल मिलाकर अगर बात करें तो दिसंबर माह में पड़ रही ठंड लोगों के लिए जानलेवा साबित भी हो रही हैं। मौसम विभाग ने दिसंबर माह के अंतिम सप्ताह में भारी बर्फबारी का पूर्वानुमान लगाया है लेकिन जिस तरीके से ठंड अभी तक लोगों के लिए मुसीबत पैदा कर रही है उससे लगता है लोगों को ठंड से कोई भी राहत मिलती नजर नहीं आ रही है वही

अंतरराष्ट्रीय खिलाड़ी विवेक पंवार की मानें तो पिछले कई सालों के रिकॉर्ड तोड़ने वाली ठंड़ लोगों के लिए मुश्किलें बढ गई है।
अगर बात करें तो पहाड़ों पर चल रही बर्फीली हवाएं सबसे ज्यादा मुश्किलें पैदा कर रही हैं जिसकी वजह से पानी जम रहा है तापमान माइनस 10 से 12 पहुंच रहा है वहीं बद्रीनाथ धाम ,हेमकुंड साहिब मैं भी ठंड का सितम जारी है
हालांकि इन स्थानों पर अभी पर्यटकों की आवाजाही पर रोक है लेकिन सुरक्षा में लगे जवानों ,मंदिर समिति के लोगों को ठंड से दो चार होना पड़ रहा है बद्रीनाथ धाम के पास बहने वाले कंचन नाला, हनुमान चट्टी के पास बहने वाले नाला वसुधारा आदि कड़ाके की ठंड के चलते जम चुके हैं देखना यह होगा कि आने वाले समय में लोगों को किस तरीके से बदलते मौसम से आराम मिल पाता है

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