देहरादून। मुख्यमंत्री उत्तराखण्ड मोबाइल एप पर जगदीप राणा ने शिकायत दर्ज की थी, कि उत्तराखण्ड परिवहन निगम की बसों में सफर के दौरान उन्होंने देखा कि अधिकांश बसों के चालकों द्वारा असावधानीपूर्वक बसों का संचालन किया जा रहा है, तथा स्वयं उनकी तथा अन्य यात्रियों के जीवन को खतरे में डाला जा रहा है। वाहन चालक बसों को तेज गति से चला रहे है, इससे कभी भी दुर्घटना होने का अंदेशा बना रहता है। जगदीप राणा ने जनहित को ध्यान में रखते हुए अनुरोध किया कि बसों के चालक-परिचालकों को अच्छे व्यवहार और सड़क सुरक्षा आदि की उचित ट्रेनिंग दी जाए।
मुख्यमंत्री कार्यालय ने शिकायत की गंभीरता को समझते हुए परिवहन आयुक्त, उत्तराखण्ड से जनहित की इस शिकायत पर त्वरित कार्यवाही की अपेक्षा की। परिवहन आयुक्त कार्यालय के निर्देशों के क्रम में महाप्रबंधक (संचालन) उत्तराखण्ड परिवहन निगम द्वारा सभी सहायक प्रबंधकों एवं मण्डलीय प्रबंधक संचालन देहरादून को निर्देशित किया है कि वे अपने-अपने डिपो के चालकों को सावधानी पूर्वक निगम वाहनों को संचालित किये जाने हेतु निर्देशित करते हुए डिपो में उपलब्ध चालक, प्रशिक्षक, प्रभारी चालक प्रशिक्षकों के माध्यम से समय-समय पर चालकों के वाहन संचालन की रिपोर्ट प्राप्त कर उचित कार्यवाही अमल में लायी जाए साथ ही समय-समय पर चालक तथा परिचालकों को विभाग तथा इस सम्बन्ध में अन्य संस्थानों द्वारा कराये जाने वाले रिफ्रेशर कोर्स में सम्मिलित कराते हुये नवीन ट्रेनिंग कार्यक्रमों से भी अवगत कराया जाए। इसके अतिरिक्त चालक परिचालकों को यात्रियों के साथ मधुर व्यवहार किये जाने तथा इस सम्बन्ध में कोई परिवाद अथवा शिकायत प्राप्त होने पर उनके विरुद्ध कठोर कार्यवाही अमल में लाना सुनिश्चित की जाए। जनहित में शिकायत का संज्ञान लेने व उसके त्वरित समाधान हेतु शिकायतकर्ता ने मुख्यमंत्री उत्तराखण्ड त्रिवेन्द्र सिंह रावत का आभार व्यक्त किया है।