संसद के विशेष सत्र के आह्वाहन के साथ इस बात की चर्चाएं तेज बहो गई हैं कि केंद्र सरकार वन नेशन वन इलेक्शन (One Nation One Eelction )का बिल लाने जा रही है। मोदी सरकार ने इसके लिए विशेष समिति का गठन किया है। पूर्व राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद को इस समिति का का अध्यक्ष बनाया है। ये समिति एक देश एक चुनाव को लेकर रिपोर्ट तैयार करेगी।
मुख्यमंत्री पुष्कर धामी ने एक देश एक चुनाव को राष्ट्रहित में एक सराहनीय प्रयास बताया है। सीएम धामी ने ट्वीट करते हुए लिखा है, एक देश एक चुनाव प्रधानमंत्री मोदी की दूरदर्शी सोच का परिणाम है। एक देश एक चुनाव और पीएम मोदी के नेतृत्व में इस अभिनव पहल से धन और समय दोनों की बचत होगी। इसके साथ ही बार बार चुनाव से विकास कार्यों में उत्पन्न होने वाली बाधा से भी मुक्ति मिलेगी।
सीएम धामी ने कहा मोदी सरकार की इस पहल से सरकारों और ब्यूरोक्रेसी को चुनावों के आयोजन के बजाय राष्ट्र के विकास में योगदान देने का अधिक अवसर मिलेगा।
क्या है वन नेशन वन इलेक्शन
एक देश एक चुनाव के प्रस्ताव में लोकसभा और विधानसभाओं के चुनाव एक साथ कराये जाने का सुझाव दिया गया है। इससे पूरे देश में एक ही बार में चुनाव संपन्न होंगे। मौजूदा समय में हर पांच साल में लोकसभा का चुनाव होता है। साथ ही हर तीन से पांच साल के बीच विभिन्न राज्यों के विधानसभा चुनाव होते रहते हैं।
एक देश एक चुनाव के जरिये चुनाव में होने वाले खर्च को कम किया जा सकेगा। इसके साथ ही प्रशासनिक व्यवस्था की गति भी चुनाव के दौरान धीमी हो जाती है। एक देश एक चुनाव के इसे रफ्तार मिलेगी।