Home उत्तराखण्ड बीजेपी सयुक्त मोर्चा की बैठक मे शामिल हुए सीएम धामी, लोकसभा चुनाव...

बीजेपी सयुक्त मोर्चा की बैठक मे शामिल हुए सीएम धामी, लोकसभा चुनाव को लेकर दिया यह लक्ष्य

125
0
SHARE

मुख्यमंत्री  पुष्कर सिंह धामी ने गुरूवार को सुभाष रोड़ स्थित होटल में आयोजित भारतीय जनता पार्टी संयुक्त मोर्चा प्रदेश पदाधिकारी बैठक में प्रतिभाग किया। इस अवसर पर अपने संबोधन में मुख्यमंत्री ने कहा कि हमें समाज हित से जुड़े सभी विषयों के माध्यम से समाज के हर वर्ग और हर व्यक्ति तक जुड़ना होगा तथा प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी की भांति देश और अपने संगठन को और अधिक मजबूत करने के लिए दिन-रात काम करना होगा।

मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री श्री मोदी के कुशल नेतृत्व का ही प्रतिफल है कि पिछले नौ वर्षों में देश के हर वर्ग तक विकास की धारा पहुंची है। आजादी के बाद के वर्षों की तुलना में पिछले नौ वर्षों के दौरान विकास के सभी मापदंडों के आधार पर हम कह सकते हैं, हमारे देश ने हर क्षेत्र में जबरदस्त प्रगति की है, जिसका लोहा आज संपूर्ण विश्व मान रहा है। वर्ष 2014 से देश की जनता ने प्रधानमंत्री श्री मोदी जी पर अपना भरोसा जताया है।

मुख्यमंत्री ने कहा कि इन नौ वर्षों में प्रधानमंत्री श्री मोदी के नेतृत्व वाली केंद्र सरकार ने सेना के आधुनिकीकरण से लेकर सीमाओं की सुरक्षा तक, प्रत्येक नागरिक को कोरोना वैक्सीन पहुंचाने से लेकर हथियार और मोबाइल उत्पादन तक, शिक्षा का बजट तीन गुना बढ़ाने से लेकर नई राष्ट्रीय शिक्षा नीति बनाने तक, साढ़े तीन करोड़ से अधिक गरीबों को आवास देने से लेकर 80 करोड़ से अधिक लोगों को खाद्य सुरक्षा प्रदान करने तक, 10 करोड़ उज्जवला गैस कनेक्शन देने से लेकर करोड़ों लोगों को आयुष्मान योजना का लाभ देने तक, हर क्षेत्र में अभूतपूर्व कार्य किये हैं। यह भी उल्लेखनीय है कि किस तरह उज्जवला योजना की 10 करोड़ वीं लाभार्थी के अयोध्या स्थित घर पर प्रधानमंत्री ने जाकर स्वयं चाय पी। यह आदरणीय प्रधानमंत्री जी की ’’सबका साथ, सबका विकास’’ की सोच को चरितार्थ करता है।

मुख्यमंत्री ने कहा कि हमें भी उत्तराखंड में विभिन्न योजनाओं का लाभ पाने वाले लाभार्थियों से मिलकर अंतिम छोर पर खड़े व्यक्ति तक योजनाओं का लाभ पहुंच रहा है या नहीं, यह जानकारी प्राप्त करने के प्रयास करने होंगे। तीन तलाक खत्म करना, अयोध्या में राम मंदिर निर्माण, धारा 370 का खात्मा, काशी विश्वनाथ में भव्य कॉरिडोर का निर्माण, उज्जैन में महाकाल लोक का निर्माण, बद्रीनाथ और केदारनाथ धामों का पुनर्निर्माण ये कुछ ऐसे महत्वपूर्ण कार्य हैं जिनको आने वाली पीढ़ियां भी हमेशा याद रखेंगी। इसके साथ ही 22 जनवरी को वो घड़ी आने वाली है, जिसका हमें वर्षों से इंतजार था।

मुख्यमंत्री ने कहा कि 2014 से प्रधानमंत्री श्री मोदी के नेतृत्व में स्वास्थ्य सेवाओं का विस्तार हुआ है, प्रधानमंत्री जी के नेतृत्व में आज देश में प्रतिदिन 38 किलोमीटर सड़क का निर्माण हो रहा है। मिशन इन्द्रधनुष योजना के तहत बच्चों को जानलेवा बीमारियों से बचाने के लिए वैक्सीन लगाई जा रही है। आज प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में सांस्कृतिक वैभव पुनः वापस लौट रहा है। आज प्रधानमंत्री मोदी जी के नेतृत्व में भारत विश्व का एक अग्रणी राष्ट्र बन चुका है।

मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री श्री मोदी की प्रेरणा से हमारी सरकार भी उत्तराखंड को देश का श्रेष्ठ राज्य बनाने के लिए दिन रात कार्य कर रही है। हमारे कार्यकाल में उत्तराखंड में बहुत से कार्य पहली बार हुए हैं। पहली बार भर्तियों में घोटाले करने वालों पर कड़ी क़ानूनी कार्रवाई के लिए नकल विरोधी कानून लागू किया गया, धर्मांतरण रोकने के लिए कानून लागू किया गया, लैंड जिहाद और लव जिहाद के खिलाफ सख्त कार्रवाई की गई, उत्तराखंड में सामान नागरिक आचार संहिता कानून लागू होने जा रहा है, भ्रष्टाचारियों पर सख्त कार्यवाही हो रही है, राजस्व पुलिस की जगह रेगुलर पुलिस की तैनाती की जा रही है, आपदा प्रबंधन पर विश्व स्तरीय कार्यक्रम उत्तराखंड में हुआ, उत्तराखंड, डेस्टिनेशन उत्तराखंड के रूप में निवेश का हब बनने जा रहा है। पिछले जो कार्य 23 वर्षों में नहीं हुए थे, वह हमारी सरकार ने किए हैं और आगे भी करती रहेगी। भू-कानून भी यदि कोई लाएगी तो हमारी सरकार ही लाएगी। पहले भी युवाओं को नकल विरोधी कानून के विरोध में भड़काया गया था, लेकिन अब उनके लोग ही हमारे द्वारा लिए गए महत्वपूर्ण निर्णयों को सही ठहरा रहे हैं।

मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य हित में हमने जो प्रयास किया है, जो मेहनत की है, वो सबके सामने है और हमारा संकल्प है कि हम इस प्रकार के कार्य करते रहेंगे। मुख्यमंत्री ने कहा कि हमें गांव, गरीब, किसान, दलित, पीड़ित, वंचित, शोषित, आदिवासी, युवाओं एवं महिलाओं के सशक्तिकरण के लिए निरंतर कार्य करने का संकल्प लेना होगा। हमें ’’विकल्प रहित संकल्प’’ के साथ यह संकल्प लेना है कि जब तक केंद्र और राज्य सरकार की योजनाओं का लाभ अंतिम छोर पर खड़े व्यक्ति तक नहीं पहुंच जाता तब तक हम चैन से नहीं बैठेंगे, आराम से नहीं बैठेंगे।