मुख्यमंत्री ने अपने पत्र में लिखा है कि श्रद्धेय रतन नवल टाटा जी के निधन पर अपनी गहरी संवेदना व्यक्त करता हूँ। उनकी विरासत, उपलब्धियों और योगदान ने व्यापार जगत में ही नहीं, वरन् हर भारतीय के दिल में एक अमिट छाप छोड़ी है। उनके चले जाने से जो एक शून्य पैदा हुआ है, उसे हर भारतीय इस समय गहराई से महसूस कर रहा है। इस कठिन समय में देवभूमि उत्तराखण्ड के हर नागरिक की संवेदनायें टाटा समूह से जुड़े हर परिवार के साथ हैं। स्व० रतन टाटा जी ने भारत में औद्योगिक नेतृत्व को नए सिरे से परिभाषित किया। उनके दूरदर्शी नेतृत्व और उल्लेखनीय व्यावसायिक कौशल ने हर भारतीय को गौरव के अनेक पल प्रदान किए। उत्कृष्ठता, नवाचार और परोपकार के प्रति उनके समर्पण ने भारत ही नहीं, विश्व के हर हिस्से में रहने वाले असंख्य लोगों को प्रेरित किया। उन्होंने प्रभावशाली व्यावसायिक प्रथाओं के लिए कई मानक स्थापित किए। रतन टाटा जी की स्मृति और विरासत हर देशवासी के भीतर भारतीयता की भावना को प्रतिस्थापित करती रहेगी। भारत में औद्योगिक विकास में उनका योगदान आने वाली पीढ़ियों के लिए प्रेरणापथ का काम करेगा। उनकी प्रेरणा से टाटा ट्रस्ट भारत की विकास यात्रा में अपना योगदान पूर्व की भांति देता रहेगा।
मुख्यमंत्री : श्रद्धेय रतन नवल टाटा जी के निधन पर अपनी गहरी संवेदना व्यक्त करता हूँ।
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने दिग्गज उद्योगपति और टाटा ट्रस्ट के चेयरमैन रहे स्व. श्री रतन टाटा के निधन पर टाटा ट्रस्ट के नए चेयरमैन श्री नोएल टाटा को पत्र लिखकर अपनी संवेदनाएं व्यक्त की हैं।
मुख्यमंत्री ने स्व० रतन टाटा जी के आकस्मिक निधन पर समस्त प्रदेशवासियों की ओर से उन्हें विनम्र श्रद्धांजलि देते हुए परमपिता परमेश्वर से उनकी आत्मा को शान्ति प्रदान करते हुए उनके समस्त परिजनों को इस दुःख को सहन करने की शक्ति प्रदान करने की भी कामना की है।