तत्कालीन अधिशासी अधिकारी-लिपिक सहित छह के खिलाफ मुकदमा दर्ज

हरिद्वार। दिवंगत भेल कर्मचारी का नगर पालिका शिवालिक नगर से फर्जी तरीके से मृत्यु प्रमाण पत्र बनवाकर बीएचईएल से क्लेम लेने का मामला सामने आया है। रानीपुर पुलिस ने कोर्ट के आदेश पर कर्मचारी की पत्नी, तीन बेटे और नगर पालिका के तत्कालीन अधिशासी अधिकारी, लिपिक के खिलाफ धोखाधड़ी सहित संबंधित धाराओं में मुकदमा दर्ज कर लिया गया है। मामले की जांच शुरू कर दी गई है।

पुलिस के अनुसार, नीतू सिंह निवासी रामधाम काॅलोनी रावली महदूद रानीपुर ने कोर्ट में प्रार्थना पत्र देकर बताया कि उसके ससुर खजान सिंह का निधन चार जून 2017 को गंगाराम अस्पताल नई दिल्ली में हुआ था। अस्पताल से ही उनकी डेथ समरी जारी की गई थी। वह भेल में कार्यरत थे। आरोप लगाया कि उनकी पत्नी व पुत्रों ने कूटरचित दस्तावेज तैयार कर खजान सिंह की मौत के बाद भेल रानीपुर से फर्जी रूप से मृत्यु प्रमाण पत्र जारी कर लाखों रुपये क्लेम के रूप में ले लिए। उनकी मौत सेक्टर-3 भेल के आवास में दिखाकर झूठा शपथ पत्र तैयार किया। नगर पालिका शिवालिक नगर के तत्कालीन अधिशासी अधिकारी व जन्म व मृत्यु पंजीकरण विभाग के लिपिक से साजिश कर मृत्यु प्रमाण पत्र जारी करवा लिया।

आरोप है कि मृत्यु प्रमाण पंजीकरण की तिथि 12 जून 2017 दर्शायी गई जबकि जारी करने की तिथि 11 सितंबर 2019 दिखाई गई है। खजान सिंह की मौत वर्ष 2017 में होने के तुरंत बाद ही क्लेम की धनराशि ले ली गई थी। मृत्यु प्रमाण पत्र जारी व पंजीकरण की तिथि में किए गए फर्जीवाड़े में तत्कालीन अधिशासी अधिकारी व तत्कालीन लिपिक भी शामिल रहे हैं। आरोप है कि इसकी जानकारी होने पर उसने पूछताछ की तो उससे मारपीट कर जान से मारने की धमकी दी। कोतवाली प्रभारी विजय सिंह ने बताया कि कोर्ट के आदेश पर रोहित कुमार, राहुल कुमार, राजीव कुमार, लीलावती निवासीगण प्रीत विहार काॅलोनी रावली महदूद हाल जमालपुर खुर्द, तत्कालीन ईओ व लिपिक के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया है।