ऋषिकेश में सोमवार को प्रशासन का खौफनाक रूप दिखाई दिया। गुमानीवाला ट्रेंचिंग ग्राउंड का विरोध करने पहुंचे स्थानीय लोगों की प्रशासन से तीखी नोंक जोंक हो गई। नगर निगम के अधिशासी अभियंता की शिकायत पर पुलिस ने 203 अज्ञात के खिलाफ सरकारी कार्य में बाधा डालने सहित अन्य आरोपों में मुकदमा दर्ज किया। 53 लोगों को शांति भंग के आरोप में गिरफ्तार किया। हालांकि बाद में गिरफ्तार लोगों को मुचकले पर देर शाम रिहा कर दिया गया।

ऋषिकेश के बीचों बीच गोविंदनगर निगम क्षेत्र का कूड़ा डंप किया जा रहा है। कूड़ा निस्तारण केंद्र के लिए गुमानीवाला के लालपानी बीट में 10 हेक्टयर भूमि निगम को मिली है। सोमवार करीब 12 बजे निगम की टीम भारी पुलिस बल व प्रशासन के साथ यहां चहारदीवारी निर्माण के लिए पहुंची। निगम की टीम के पहुंचने की सूचना पर यहां बड़ी संख्या में ग्रामीण विरोध के लिए एकत्र हो गए। ग्रामीणों ने शहीद स्मारक पर टीम का विरोध किया। यहां जैसे ही जेसीबी ने सीसी पोल लगाने के लिए खोदाई शुरु की तो ग्रामीण जेसीबी के आगे बैठ गए। करीब चार घंटे तक विरोध प्रदर्शन चलता रहा। बाद में पुलिस ने लाठियां फटकार ग्रामीणों को तितर बितर किया। इस दौरान ग्रामीणों व पुलिस में धक्का मुक्की भी हुई। निगम की की टीम ने कड़ी मशक्कत के बाद पोल लगाने के लिए खोदाई का कार्य शुरू किया। प्रशासन ने 53 लोगों को हिरासत मे ले लिया और 203 अज्ञात लोगों के खिलाफ शांतिभंग का मुकदमा दर्ज कर दिया।

स्थानीय लोगों का कहना है कि नगर निगम प्रशासन ने गुमानीवाला में आबादी क्षेत्र से सटाकर नए ट्रंचिंग ग्राउंड के लिए भूमि चयनित की है, जो कि गलत है। जबकि स्थानीय विधायक प्रेमचंद अग्रवाल भी उनकी आवाज नहीं सुन रहे हैं।