बवाल में आठ नामजद समेत 200 पर मुकदमा, चार नवंबर को होगी महापंचायत

तनाव को देखते हुए बृहस्पतिवार रात को ही डीएम डॉ.मेहरबान सिंह बिष्ट ने पूरे जिले में भारतीय नागरिक सुरक्षा संहिता की धारा 163 लागू कर दी है। वहीं शुक्रवार को हरिद्वार, देहरादून और टिहरी से अतिरिक्त पुलिस बल जिला मुख्यालय पहुंच गया।

नगर में बृहस्पतिवार को जनाक्रोश रैली के दौरान हुए बवाल में पुलिस ने आठ नामजद और 200 अज्ञात के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया है। नामजद लोगों में अधिकांश एक समुदाय के धार्मिक संगठन से जुड़े हैं। ये ही लोग जनाक्रोश रैली के आयोजक थे। इधर, पुलिस के लाठीचार्ज के विरोध में शुक्रवार को जिला मुख्यालय से लेकर यमुनाघाटी तक बाजार बंद रहे। मामले को लेकर जिला मुख्यालय के व्यापारियों और धार्मिक संगठन से जुड़े लोगों ने बैठक कर चार नवंबर को महापंचायत आयोजित करने का निर्णय लिया है। तब तक नगर के बाजार खुले रहेंगे।

तनाव को देखते हुए बृहस्पतिवार रात को ही डीएम डॉ.मेहरबान सिंह बिष्ट ने पूरे जिले में भारतीय नागरिक सुरक्षा संहिता की धारा 163 लागू कर दी है। वहीं शुक्रवार को हरिद्वार, देहरादून और टिहरी से अतिरिक्त पुलिस बल जिला मुख्यालय पहुंच गया। पुलिस ने फ्लैग मार्च निकालकर लोगों से शांति व्यवस्था बनाए रखने में की अपील की। जिले में धारा 163 लागू होने के चलते दूसरे समुदाय के लोग शुक्रवार को मस्जिद में नमाज अदा करने नहीं पहुंचे। नउन्होंने अपने घरों में ही नमाज अदा कर शहर में अमन की दुआ मांगी। टिहरी जिले में भी कई स्थानों पर पुलिस की कार्रवाई के विरोध में व्यापारियों और हिंदू संगठनों ने रैली निकालकर प्रदर्शन किया और पुलिस प्रशासन का पुतला फूंकालोग हैं नामजद
उत्तरकाशी कोतवाली के प्रभारी निरीक्षक अमरजीत सिंह ने मुकदमा दर्ज होने की पुष्टि की। उन्होंने बताया कि जितेंद्र चौहान, सोनू नेगी, सूरज डबराल, कुलवीर राणा, सुशील शर्मा, गौतम रावत, आलोक रावत व सचेंद्र परमार को नामजद किया गया है।

चार नवंबर को होगी महापंचायत, तब तक खुलेंगे बाजार
जनाक्रोश रैली के दौरान हुए लाठीचार्ज के विरोध में शुक्रवार को जिला मुख्यालय से लेकर यमुनाघाटी तक बाजार बंद रहे। इस दौरान बाजारों में सन्नाटा पसरा रहा। इधर, मामले को लेकर जिला मुख्यालय के व्यापारियों और धार्मिक संगठन से जुड़े लोगों ने बैठक कर चार नवंबर को महापंचायत आयोजित करने का निर्णय लिया है। इस बैठक में आंदोलन को लेकर आगे की रणनीति तय की जाएगी। तब तक सभी व्यापारियों ने बाजार खुला रखने पर सहमति जताई है।

मोरी और नौगांव में व्यापारियों ने सांकेतिक प्रदर्शन कर पथराव और लाठीचार्ज करने वालों पर कड़ी कार्रवाई की मांग की। डुंडा व्यापार मंडल अध्यक्ष अनकपाल बिष्ट ने भी घटना पर आक्रोश जताया। इधर, जिला मुख्यालय में व्यापारियों और धार्मिक संगठन से जुड़े लोगों ने विश्वनाथ मंदिर सभागार में बैठक की। बैठक में दीपावाली के त्योहार को देखते हुए व्यापारियों ने बाजार बंद करने असहमति जताई। इस दौरान दीपावली के बाद 4 नवंबर को महापंचायत आयोजन करने का निर्णय लिया गया, जिसमें आंदोलन की रणनीति तय की जाएगी। इस दौरान व्यापारियों और धार्मिक संगठन से जुड़े लोगों ने घटनाक्रम की जांच कर दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने की भी मांग की। इसके बाद हनुमान चालीसा पाठकर बैठक का समापन किया गया।