प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 2 अप्रैल को उधम सिंह नगर में जनसभा को संबोधित करने के लिए आ रहे हैं। ऐसे में पुलिस प्रशासन सुरक्षा व्यवस्थाओं को दुरुस्त करने में लगा हुआ है, तो वहीं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के कार्यक्रम से ठीक 1 दिन पहले उधम सिंह नगर में अचानक गोलियां चलने लगी। गोलियों की आवाज से लोग तो डरे ही लेकिन पुलिस प्रशासन में भी हड़कंप मच गया।

जिसके बाद आनन फानन में भारी मात्रा में पुलिस मौके पर पहुंच गई ओर मामले की जांच शुरू कर दी। पहले कोसी नदी में खनन करने को लेकर चलती थी गोलियां, अब वाहनों की चैकिंग को लेकर हो रही है फायरिंग। मामला उधम सिंह नगर के बाजपुर का है। जहां सुल्तानपुर पट्टी में कैलाश रिवर बैड मिनिरल एल.एल.पी. के कर्मचारियों द्वारा खनन वाहनों की देर रात चैकिंग की जा रही थी। जहां वाहन चैकिंग को लेकर वाहन स्वामी और कंपनी के कर्मचारियों में विवाद हो गया।

विवाद इतना बढ़ गया कि दोनों पक्षों में मारपीट शुरू हो गई, तो वहीं कंपनी के कर्मचारियों ने हवाई फायरिंग शुरू कर दी। मारपीट में दो लोग घायल हो गए जबकि तीन वाहन क्षतिग्रस्त हो गए हैं। वाहन स्वामी माजिद हुसैन ने तहरीर देकर बताया कि करीब 30 लोगों ने लाठी डंडों और हथियारों के बल पर ग्राम पिपलिया मोड पर उसके वहान को रोक लिया और वाहन में मौजूद कर्मचारी के साथ मारपीट शुरू कर दी। वहीं मारपीट की सूचना के बाद जब वह अपने दोस्त मोहित के साथ मौके पर पहुंचे तो उक्त लोगों ने मारपीट और फायरिंग शुरू कर दी। जिसमें वाहन में मोजूद कर्मचारी फरमान अली और मोहित घायल हो गए। जबकि उसकी कार भी क्षतिग्रस्त हुई है।

वही कैलाश रिवर बेड मिनिरल एल.एल.पी. के कर्मचारी विनय कुमार ने पुलिस को तहरीर देकर बताया कि सरकार द्वारा रॉयल्टी चैक करने के लिए उनकी कंपनी को ठेका दिया गया है। जब उनकी कंपनी के कर्मचारी रॉयल्टी चैक कर रहे थे तो 300 से ज्यादा लोगों ने उन पर पथराव शुरू कर दिया। जिसमे उनकी दो गाड़ियां भी क्षतिग्रस्त हो गई हैं, वहीं इसी को देखते हुए मौके पर मौजूद कंपनी के कर्मचारी ने हवाई फायर किए। इस दौरान बाजपुर एसडीएम राकेश चंद्र तिवारी ने बताया कि फायरिंग की सूचना पर पुलिस टीम मौके पर पहुंची है और दोनों पक्षों की तहरीर पर अज्ञात लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया गया है। उन्होंने कहा कि मामले में जांच की जा रही है। जिसके बाद अग्रिम कार्यवाही अमल में लाई जाएगी।