उत्तराखंड के सीमांत जनपद चमोली में स्थित गैरसैण को ग्रीष्मकालीन राजधानी घोषित होने के बाद चमोली जनपद में खुशी की लहर है उत्तराखंड की राज्यपाल बेबी रानी मौर्य ने आज ग्रीष्मकालीन राजधानी की घोषणा पर मोहर लगा दी है जिसके बाद स्थानीय लोगों में काफी खुशी दिखाई दे रही है बद्रीनाथ विधायक महेंद्र भट्ट ने उत्तराखंड सरकार को धन्यवाद देते हुए इसे ऐतिहासिक फैसला बताया है और उन्होंने जनपद वासियों को बधाई देते हुए कहा है कि आज चमोली जनपद के लोगों का सपना साकार हो गया है वहीं भाजपा के अन्य विधायकों ने भी गैरसैंण को ग्रीष्मकालीन राजधानी घोषित करने पर बधाई दी है गौरतलब है कि उत्तराखंड राज्य बनने के बाद राज्य वासियों की एक ही मांग रही थी कि गैरसैण को उत्तराखंड की स्थाई राजधानी बनाई जाए लेकिन वर्तमान भाजपा सरकार दें गैरसैंण को ग्रीष्मकालीन राजधानी बनाकर एक ऐतिहासिक फैसला लिया है अब देखना यह होगा कि गैरसैंण को ग्रीष्मकालीन राजधानी बनाने के बाद गढ़वाल और कुमाऊं का किस तरीके से विकास हो पाता है क्योंकि गैरसैण कुमाऊं और गढ़वाल का मुख्य केंद्र माना जाता है। इसलिए कुमाऊ से लेकर गढ़वाल के लोगों की इच्छा यही रही है कि गैरसैंण को उत्तराखंड की राजधानी बनाई जाए हालांकि सरकार ने स्थाई राजधानी तो नहीं पर ग्रीष्मकालीन राजधानी बना कर इस ओर एक बड़ा कदम उठाया है