कुमाऊं की काशी के नाम से विख्यात बागेश्व में विधानसभा चुनावी चरम पर चल रहा है। विधानसभा बागेश्वर को बीजेपी का गढ माना जाता है। पिछले 15 सालों से बीजेपी का प्रत्याशी बागेश्वर से जीतता हुआ आया है। उत्तराखंड राज्य अस्तित्व में आने के बाद अब तक 04 बार बागेश्वर विधानसभा में चुनाव हुए है। जिसमें कांग्रेस और बीजेपी के बीच ही सीधा मुकाबला दिखा है।

कांग्रेस का प्रत्याशी 01 बार और बीजेपी का प्रत्याशी 03 बार विधानसभा पहुंचा है। 2022 के विधानसभा चुनावों में बागेश्वर विधानसभा के चुनावी समीकरण बदलने के कयास लगाए जा रहे है। बीजेपी, कांग्रेस, के बाद निर्दलीय प्रत्याशी भी इस बार बागेश्वर से विधायक कि रेस में चल रहे है।‌ जातिगत समीकरणों के आधार पर बागेश्वर विधानसभा में 65 प्रतिशत मतदाता ठाकुर और बहामण हैं।

35 प्रतिशत मतदाता एससी, एसटी, ओबेसी के तहत आता हैं।‌ वहीं बागेश्वर से सीटिंग विधायक चन्दन राम दास के खिलाफ इस बार बागेश्वर के नगरीय क्षेत्र से परिवर्तन कि आवाज़ों सुनाई जा रही है।

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