देश के पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेई के निधन के बाद जोशीमठ मे भी शोक की लहर दौड़ गई है
अटल बिहारी वाजपेई ही देश वे प्रधानमंत्री थे जिन्होंने उत्तराखंड राज्य बनाने में अपनी महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी साथ ही उन्होंने जोशीमठ क्षेत्र को जनजातीय क्षेत्र घोषित करने का ऐलान देहरादून से किया था देश और राज्य में निरंतर सरकारें बदलती रही अटल जी की घोषणाएं केवल घोषणा मात्र रह गई हालांकि इस और काफी प्रयास किया गया कि जोशीमठ क्षेत्र को जनजातीय क्षेत्र घोषित किया जाए लेकिन आज अटल बिहारी वाजपेई के चले जाने के साथ ही जोशीमठ जनजातीय क्षेत्र होने का सपना सपना ही रह गया