जनपद ऊधम सिंह नगर के खटीमा में वन विभाग ने आधे दर्जन से अधिक ग्रामीणों पर मगरमच्छ को मारने का मुकदमा किया दर्ज। तीन जुलाई को सुनपहर मेहरबान नगर गांव में बहने वाली देवहा नदी में मगरमच्छ द्वारा 13 वर्षीय वीर कुमार को मारने के आरोप के बाद गुस्साए ग्रामीणों ने एक मगरमच्छ को नदी से निकाल कर किया था घायल जिसकी बाद में हो गई थी मौत।
आपको बता दें कि सीमांत तहसील खटीमा के सुनपहर मेहरबान नगर में तीन जुलाई को एक 13 वर्षीय बालक वीर कुमार द्वारा देवहा नदी से अपनी भैंस पार कराते हुए एक मगरमच्छ द्वारा मारने का मामला सामने आया था। वीर कुमार को मगरमच्छ द्वारा मारे जाने की सूचना पर गुस्साए सैकड़ों ग्रामीणों ने नदी से एक मगरमच्छ को पकड़ कर उसे घायल कर दिया था क्योंकि ग्रामीणों ने आशंका जाहिर किया था कि बालक मगरमच्छ के पेट में है। पुष्टि करने हेतु मगरमच्छ का एक्स-रे करने के बाद उसके अंदर किसी भी प्रकार का कोई मानव अवशेष नहीं मिला था। वहीं घायल होने के कारण मगरमच्छ की पंतनगर में इलाज के दौरान मृत्यु हो गई थी। मगरमच्छ की मृत्यु होने के बाद वन विभाग ने सख्त कार्रवाई करते हुए वन्य जीव संरक्षण अधिनियम के तहत ग्रामीणों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया है। वन विभाग द्वारा दर्ज मुकदमे में प्रियांशु, दीपांशु, विपिन, अमित, संत कुमार और अमित कुमार को नामजद किया गया है साथ ही कई अज्ञात ग्रामीण बताए गए हैं।
वहीं डीएफओ संदीप कुमार ने मीडिया को बताया कि खटीमा वन रेंज में वन्य जीव संरक्षण अधिनियम के तहत 6 नामजद और कई अज्ञात ग्रामीणों के खिलाफ मगरमच्छ को पीट-पीटकर मारने का मुकदमा दर्ज किया गया है जिसमें नियमानुसार कार्रवाई की जा रही है।