खबर जनपद उधम सिंह नगर की खटीमा से है। खटीमा के सीमांत गांव झाऊपरसा बगुलिया से एक दिल दहला देने वाली घटना सामने आ रही है। बगुलिया निवासी उमाशंकर पुत्र अलगू प्रसाद उम्र 35 वर्ष को बुधवार को बाघ ने शारदा सागर डैम के किनारे घास काटने के दौरान हमला कर मौत के घाट उतार दिया। घटना की सूचना पर ग्रामीणों में अफरा-तफरी और चीख पुकार मच गई। मारने के बाद बाघ ने डेड बॉडी को अपने कब्जे में ले लिया। मौके पर उपस्थित सैकड़ों की संख्या में ग्रामीणों तथा वन विभाग की मदद से शोर शराबा तथा पटाखे फोड़कर बाघ को भगाकर बमुश्किल शव को कब्जे में लिया गया। इस दौरान बाघ ने ग्रामीणों की भीड़ को भी दौड़ा दिया जिससे ग्रामीणों में भगदड़ मच गई। वहीं मौके पर उपस्थित वन विभाग तथा पुलिस प्रशासन से बाघ को पकड़ कर अन्यत्र छोड़ने या आदमखोर घोषित करने तथा उचित उपाय ढूंढने की मांग पर ग्रामीण अड़े रहे तथा मांग पूरी न होने तक पोस्टमार्टम कराने से मना कर दिया। वहीं पुलिस प्रशासन तथा वन विभाग के समझाने बुझाने और काफी प्रयास के बाद पोस्टमार्टम कराने के लिए ग्रामीण तथा परिजन तैयार हुए। तत्पश्चात पंचनामा की कार्रवाई करते हुए शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया। इस दौरान पुलिस प्रशासन विभाग के साथ ग्रामीणों की तीखी नोकझोंक भी हुई । वहीं घटना से आहत मृतक के परिजनों का रो रो कर बुरा हाल है। आपको बता दें कि 13 मई को भी इसी क्षेत्र में बाघ ने 52 वर्षीय रोहित को घास काटने के दौरान मौत के घाट उतार दिया था, तभी से ग्रामीणों में भय और डर का माहौल बना हुआ है, ग्रामीणों का कहना है कि बाघ तभी से इसी क्षेत्र में बना हुआ है, लोगों का घर से निकलना दूभर हो गया है। वहीं घटनास्थल के पास ही राजकीय प्राथमिक विद्यालय है जिसमें बच्चे भी डर की वजह से स्कूल नहीं जा रहे हैं। वहीं पीड़ित के भाई शिव शंकर ने बताया कि आज सुबह घास काटने के दौरान मेरे भाई को बाघ ने मौत के घाट उतार दिया। साथ ही उन्होंने बाघ को पकड़कर अन्यत्र छोड़ने या आदमखोर घोषित करने तथा पीड़ित परिवार के लिए मुआवजे की मांग की है। वहीं राजकीय प्राथमिक विद्यालय के शिक्षक जोगेंद्र सिंह ने बताया कि स्कूल के पास ही 10 दिन पहले बाघ ने एक व्यक्ति को मार दिया था जिसके डर से बच्चे स्कूल नहीं आ रहे हैं। वहीं आज भी स्कूल से थोड़ी दूर पर बाघ ने एक और व्यक्ति को मार दिया जिसकी वजह से अभिभावक बच्चों को स्कूल भेजने से कतरा रहे हैं। उन्होंने इस समस्या का उचित समाधान किए जाने की मांग की है।वहीं वन विभाग के एसडीओ शिवराज चंद ने बताया कि सुरक्षा की दृष्टि से निगरानी रखने तथा बाघ को पकड़ने के लिए पिछड़ा लगाने की कार्रवाई की जा रही है ताकि भविष्य में और जन हानि ना हो। वहीं उन्होंने ग्रामीणों को जंगल की ओर अनावश्यक ना जाने की सलाह दी है। साथ ही उन्होंने पीड़ित परिवार को चार लाख मुआवजा यथाशीघ्र दिलाने की भी बात कही है।

 

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