रणवीर मुठभेड काण्ड में 13 साल से जेल में बंद एक इंस्पेक्टर, तीन दरोगा व कांस्टेबल को सुप्रीम कोर्ट से जमानत मिल गयी है। सुप्रीम कोर्ट के सीनियर एडवोकेट हर्षवीर प्रताप ने पुलिसकर्मियों की तरफ़ से मज़बूत पैरवी की.. उन्होंने बताया कि जेल में बंद सात पुलिस कर्मियों में से दरोगा चन्द्रमोहन सिंह रावत व राजेश बिष्ट को 17 अक्टूबर को सुप्रीम कोर्ट से जमानत मिल गयी थी।
आज सुप्रीम कोर्ट ने जमानत पर सुनवायी के बाद तत्कालीन डालनवाला कोतवाली संतोष जयसवाल, गोपाल दत्त भट्ट, तत्कालीन एसओजी प्रभारी नीतिन चौहान, नीरज यादव व कांस्टेबल अजीत को जमानत पर रिहा करने के आदेश कर दिये हैं। यह एक संयोग ही होगा कि शुक्रवार को ही रणवीर एनकाउंटर हुआ था और शुक्रवार को ही इनको जमानत मिली।