जंगल में नाबालिग से दुष्कर्म का आरोपी गिरफ्तार, वकील से मिलने हल्द्वानी आ रहा था; अब भेजा जेल

टांडा जंगल में नाबालिग से दुष्कर्म करने के आरोपी को टीपी नगर पुलिस ने रामपुर रोड एस मोड़ से गिरफ्तार कर लिया है। वह सोमवार को अपने वकील से मिलने हल्द्वानी आ रहा था। उधर पुलिस ने आरोपी को कोर्ट में पेश कर जेल भेज दिया है।

हल्द्वानी के टांडा जंगल में नाबालिग से दुष्कर्म करने के आरोपी को टीपी नगर पुलिस ने रामपुर रोड एस मोड़ से गिरफ्तार कर लिया है। वह सोमवार को अपने वकील से मिलने हल्द्वानी आ रहा था। उधर पुलिस ने आरोपी को कोर्ट में पेश कर जेल भेज दिया है।

बता दें कि, तीन सितंबर को 16 वर्षीय किशोरी रोते हुए टांडा बैरियर स्थित पुलिस चौकी में पहुंची। पीड़िता ने पुलिसकर्मियों से शिकायत कर बताया कि वह रुद्रपुर ऊधमसिंह नगर की रहने वाली है। क्षेत्र के युवक ने हल्द्वानी में उसकी नौकरी लगवाने की बात कही थी। वह युवक के साथ मोटरसाइकिल से हल्द्वानी आ रही थी। इस दौरान युवक उसे जंगल में ले गया और वहां उसके साथ दुष्कर्म किया। इसके बाद आरोपी उसे बीच जंगल में छोड़कर भाग गया। किशोरी के परिजन की तहरीर पर पुलिस ने पॉक्सो सहित कई धाराओं में मुकदमा दर्ज कर लिया था। सीओ नितिन लोहनी ने इसकी जांच टीपी नगर चौकी इंचार्ज दीपक बिष्ट को सौंपी।

पुलिस कई दिनों से आरोपी की तलाश कर रही थी। पुलिस को मुखबिर से सूचना मिली कि आरोपी संजीव सागर (31) पुत्र राम चरण निवासी मिलख रामपुर अपने वकील से मिलने हल्द्वानी आ रहा है। सूचना पर टीपी नगर चौकी इंचार्ज दीपक बिष्ट और सिपाही अनिल टांडा बैरियर में वाहनों की चेकिंग कर रहे थे। तभी सूचना मिली कि आरोपी एस मोड़ पर अपने मित्र का इंतजार कर रहा है। वह यहां तक दूसरे वाहन में लिफ्ट लेकर पहुंचा है।

टीम ने उसे रामपुर रोड एस मोड़ से गिरफ्तार कर लिया। पुलिस ने आरोपी से पूछताछ कर उसे कोर्ट में पेश किया। कोर्ट के आदेश पर आरोपी को जेल भेज दिया है।

आरोपी शातिर पुलिस से बचने के लिए भाग गया हिमाचल
टीपी नगर चौकी इंचार्ज दीपक बिष्ट ने बताया कि आरोपी दुष्कर्म करने के बाद पहले रामपुर गया। यहां से वह सीधे हिमाचल भाग गया। कहा कि वह बार-बार अलग-अलग सिम से अपने घर में बात कर रहा था। वह मात्र एक से दो मिनट बात कर हालचाल जान लेता। इसके बाद सिम तोड़कर नया सिम ले लेता था।

समझौते का भी कर रहा था प्रयास
आरोपी संजीव सागर मिलख रामपुर का रहने वाला है। वह पीड़ित परिवार से समझौते का भी लगातार प्रयास कर रहा था। लेकिन पुलिस ने समझौते से पहले ही आरोपी को गिरफ्तार कर लिया।