अलकनंदा नदी पर बन रहे पुल पर निर्माण कार्य के दौरान हादसा, ट्रॉली का तार टूटा, मजदूर की मौत

गौरीकुंड और बदरीनाथ राजमार्ग को लिंक करने के लिए अलकनंदा नदी पर बनाए जा रहे पुल पर काम के दौरान अचानक ट्राली का तार टूट गया।

रुद्रप्रयाग में शनिवार देर रात दर्दनाक हादसा हो गया। जिला मुख्यालय में बदरीनाथ व गौरीकुंड राजमार्ग को जोड़ने के लिए बेलणी के समीप अलकनंदा नदी पर प्रस्तावित पुल के एक पिलर पर कार्य के दौरान ट्राली का तार टूटने से एक मजदूर की मौत हो गई। वहीं, एक अन्य मजदूर घायल हो गया, जिसे हायर सेंटर रेफर किया गया है। इस दौरान ट्राली में फंसे चार मजदूरों को कड़ी मशक्कत के बाद सुरक्षित निकाल लिया गया

ऑलवेदर रोड परियोजना के तहत जिला मुख्यालय में ऋषिकेश-बदरीनाथ और रुद्रप्रयाग-गौरीकुंड हाईवे को लिंक करने के लिए जगतोली से बेलणी तक 900 मीटर लंबी सुरंग का निर्माण किया जा चुका है। इस सुरंग को बदरीनाथ हाईवे से जोड़ने के लिए अलकनंदा नदी पर 200 मीटर स्पान का पुल भी प्रस्तावित है। पुल के दोनों तरफ के पिलर का कार्य अंतिम चरण में चल रहा है। इसको भारत कंस्ट्रक्शन कंपनी के द्वारा किया जा रहा है।

शनिवार को रात्रि लगभग 9 बजे प्रस्तावित पुल के बाई तरफ लगभग 150 फीट से अधिक ऊंचे पिलर के ऊपरी हिस्से पर ट्राली के सहारे दो मजदूर कार्य कर रहे थे। इसी दौरान ट्राली का तार टूट गया, जिससे वह सीधे नदी तल पर जा गिरी। इस हादसे में ट्राली में सवार वसीम (40), निवासी सहारनपुर की दर्दनाक मौत हो गई। वहीं 28 वर्षीय प्रिंस गंभीर रूप से घायल हो गया। सूचना पर मौके पर पहुंचे जिला आपदा प्रबंधन और पुलिसकर्मियों ने घायल को एंबुलेंस से जिला चिकित्सालय पहुंचाया। जहां उपचार के बाद घायल को हायर सेंटर रेफर किया गया।

वहीं, पिलर के ऊपरी हिस्से में लगे गार्डर पर काम कर रहे चार अन्य मजदूरों को कड़ी मशक्कत के बाद देर रात्रि 12.30 बजे सकुशल नीचे उतारा गया। जिला आपदा प्रबंधन अधिकारी नंदन सिंह रजवार ने बताया कि कार्यदायी संस्था भारत कंस्ट्रक्शन कंपनी सुरक्षा मानकों की अनदेखी कर काम कर रही थी।

कार्यस्थल में न तो पर्याप्त प्रकाश की व्यवस्था थी और न नीचे जाली का इंतजाम किया गया था। पहले भी कार्यदायी संस्था को कई बार नोटिस दिए जा चुके हैं, पर स्थिति जस की तस है। उन्होंने बताया कि दुर्घटना के बारे में जिलाधिकारी को भी अवगत कराया जा चुका है। दुर्घटना की मजिस्ट्रीयल जांच कराई जाएगी।

10 जुलाई को भी हो चुका हादसा
प्रस्तावित पुल के निर्माणाधीन दाई तरफ वाले पिलर से बीते वर्ष 10 जुलाई को भी एक मजदूर की गिरकर मौत हो गई थी। तब भी कार्यदायी संस्था की कार्यशैली पर जिला आपदा प्रबंधन अधिकारी ने नाराजगी जताई थी और इस संबंध में नोटिस जारी किया था।

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here