पौष अमावस्या पर हरिद्वार में उमड़ा आस्था का सैलाब, गंगा घाटों पर भक्तिमय माहौल
हरिद्वार। साल के आखिरी स्नान पर्व पौष अमावस्या के अवसर पर धर्मनगरी हरिद्वार में आस्था का अद्भुत नजारा देखने को मिल रहा है। देश के कोने-कोने से बड़ी संख्या में श्रद्धालु मां गंगा के पावन तट पर स्नान के लिए पहुंचे हैं। तड़के सुबह से ही हर की पौड़ी सहित सभी प्रमुख घाटों पर श्रद्धालुओं की भारी भीड़ उमड़ पड़ी।
गंगा स्नान के बाद श्रद्धालुओं ने विधि-विधान से पूजा-पाठ किया और दीपदान व दान-पुण्य कर पुण्य लाभ अर्जित किया। घाटों पर “हर-हर गंगे” के जयकारों से पूरा वातावरण भक्तिमय हो गया। श्रद्धालु गंगा माता की आराधना में लीन नजर आए और परिवार की सुख-समृद्धि की कामना की।
श्रद्धालुओं की भारी भीड़ को देखते हुए जिला प्रशासन ने सुरक्षा और यातायात व्यवस्था के पुख्ता इंतजाम किए हैं। हर की पौड़ी और अन्य प्रमुख घाटों पर पुलिस व प्रशासनिक अधिकारी तैनात हैं। यातायात व्यवस्था को सुचारु बनाए रखने के लिए डायवर्जन प्लान लागू किया गया है, ताकि श्रद्धालुओं को किसी प्रकार की असुविधा न हो।
पंडित जितेंद्र शास्त्री के अनुसार पौष अमावस्या के दिन गंगा स्नान, पूजा-पाठ और दान करने का विशेष महत्व है। उन्होंने बताया कि इस दिन पितरों के निमित्त तर्पण, दीपदान तथा जरूरतमंदों को अन्न और वस्त्र का दान करने से विशेष पुण्य की प्राप्ति होती है। ऐसा करने से जीवन में सुख-समृद्धि आती है और अनेक कष्टों से मुक्ति मिलती है।
प्रशासन ने श्रद्धालुओं से नियमों का पालन करने और व्यवस्था बनाए रखने में सहयोग की अपील की है, ताकि यह पावन पर्व शांतिपूर्ण और श्रद्धापूर्वक संपन्न हो सके।










