शोधकर्ताओं की एक टीम ने नागालैंड के कम्युनिटी फॉरेस्ट (Nagaland Community Forest) में क्लाउडेड तेंदुए (Clouded Leopard) को खोज निकाला है। क्लाउडेड तेंदुए को भारत-म्यांमार सीमा के पास लगभग लगभग 3700 मीटर की ऊंचाई पर देखा गया है। एक रिपोर्ट के अनुसार, क्लाउडेड तेंदुआ पेड़ पर आसानी से चढ़ सकता है और लार्ज वाइल्ड कैट्स में सबसे छोटा है। इसे IUCN Red List of Threatened Species के वल्नरेबल कैटगरी में रखा गया है।
शोधकर्ताओं ने ट्रैप कैमरे की मदद से इस तेदुंए की तस्वीरें खींची। इससे पहले भारत में किसी क्लाउडेड तेंदुए को इतनी ऊंचाई पर नहीं देखा गया है। दिल्ली के वाइल्डलाइफ प्रोटेक्शन सोसाइटी ऑफ इंडिया के शोधकर्ताओं और थानामीर गांव ने मिलकर ये खोज की है। टीम में गांव के 5 लोग भी शामिल थे। सामुदायिक जंगल में 50 से अधिक ट्रैप कैमरे लगाए और तस्वीरें कैद की। 65 वर्ग किलोमीटर में फैले इस जंगल में नागालैंड की सबसे ऊंची चोटी, माउंट सरमती है।
शोधकर्ताओं की टीम ने एक रिपोर्ट जारी करते हुए कहा, ‘नागालैंड के स्थानीय निवासी क्षेत्र के जंगलों के एक बड़े हिस्से के मालिक हैं और उसका रख-रखाव करते हैं। जंगल के रख-रखाव के लिए ग्रामीण तौर-तरीकों अपनाते हैं। सर्वे में पता चला है कि इन इलाकों में कई तरह के वल्नरेबल जीव रहते हैं।’ टीम को यहां 2 वयस्क तेंदुओं 2 शावकों के होने की जानकारी मिली है।
बता दें कि पूरे देश में कानून की वजह से वन्य जीवों का संरक्षण किया जाता है लेकिन उत्तर-पूर्वी राज्यों के स्थानीय निवासी ही जंगल और जीव-जन्तुओं का संरक्षण करते हैं। ग्रामीण जंगलों का इस्तेमाल करते हैं और बायोडायवर्सिटी को बचाए हुए हैं।इस क्षेत्र में एसियाटिक ब्लैक बेयर, येलो थ्रोटेड मार्टेन, स्टम्प टेल्ड मकाऊ, असेमीज मकाऊ, एसियाटिक गोल्डन कैट, मार्बल्ड कैट और लेपर्ड कैट की भी तस्वीरें खींची गई हैं।