जिलाधिकारी स्वाति एस भदौरिया ने सीमांत गांव माणा में बीएडीपी के तहत संचालित विभिन्न निर्माण कार्यो का स्थलीय निरीक्षण कर गुणवत्ता के साथ सयम से सभी कार्य पूर्ण करने के निर्देश कार्यदायी संस्था को दिए। सीमांत गांव माणा में बीएडीपी के अन्तर्गत बहुउद्ेशीय हाॅल, म्यूजियम, बहुमंजिला वाहन पार्किग निर्माण के साथ ही भीमपुल एवं माणा गांव सहित आसपास के महत्वपूर्ण स्थलों का सौन्दर्यीकरण किया जा रहा है।
जिलाधिकारी ने कार्यदायी संस्था आरईएस को बद्रीनाथ धाम में कपाट बंद होने से पहले पार्किंग स्थल का निर्माण कार्य पूरा कराने के निर्देश दिए। यहाॅ पर 100 वाहनों की पार्किंग क्षमता वाले बहुमंजिला पार्किंग का निर्माण कराया जा रहा है। वही माणा में बहुउदेशीय बहुमंजिला भवन में ऊपरी मंजिल का निर्माण से पहले ग्रामीणों की आवश्यकता को समायोजित करते हुए निर्माण कार्य कराने को कहा। ताकि ग्रामीणों को इसका उचित लाभ मिल सके। जिलाधिकारी ने भीमपुल के निकट एक मेडिटेशन कक्ष भी बनाने के निर्देश कार्यदायी संस्था को दिए। जिससे यहाॅ आने वाले श्रद्वालुओ एवं पर्यटकों को शांत वातावरण में मेडिटेशन करने का अवसर भी मिल सके। माणा से भीमपुल जाने वाले पैदल मार्ग पर स्थानीय पत्थरों से सौन्दर्यीकण एवं सुधारीकरण का कार्य किया जा रहा है, ताकि सीमांत गांव माणा एवं धार्मिक स्थल का महत्व भी बना रहे। जिलाधिकारी ने बीएडीपी के अन्तर्गत संचालित सभी निर्माण कार्यो का बारीकी से निरीक्षण करते हुए कार्यदायी संस्था आरईएस को गुणवत्ता के साथ समय से निर्माण कार्य पूरा कराने को कहा। इस दौरान आरईएस के अधिशासी अभियंता अला दिया ने जिलाधिकारी को बीएडीपी के अन्तर्गत संचालित निर्माण कार्यो की प्रगति के संबध में जानकारी दी।
सीमांत क्षेत्र विकास कार्यक्रम के तहत सीमांत गांव माणा में 2 करोड़ की लागत से बहुमंजिला वाहन पार्किंग एवं पार्किग का सुदृढीकरण तथा 4 करोड़ की लागत से बहुउदेशीय हाॅल एवं सामुदायिक केन्द्र का निर्माण किया जा रहा है। इसके अलावा 1.20 करोड़ की लागत से वसुधारा प्रपात व भीमपुल एवं आसपास के महत्वपूर्ण स्थलों का सौन्दर्यीकरण का कार्य संचालित है। वही 75 लाख की लागत से माणा बस स्टेशन एवं भीमपुल के पास सामुदायिक शौचालयों का निर्माण कार्य प्रगति पर है। निरीक्षण के दौरान मुख्य विकास अधिकारी हंसादत्त पांडे एवं उप जिलाधिकारी अनिल चन्यिाल सहित अधिशासी अधिकारी आरईएस अला दिया, जिला पर्यटन विकास अधिकारी वृजेन्द्र पांडे आदि अधिकारी मौजूद थे।