15 मई को भगवान बद्री विशाल के कपाट ग्रीष्म काल के लिए खोल दिए गए थे लेकिन देश और दुनिया के तीर्थ यात्रियों के लिए दर्शनों की अनुमति नहीं दी गई विश्वव्यापी कोरोनावायरस के चलते भगवान बद्री विशाल के कपाट तो खोल दिए गए लेकिन यात्रा पर आने के लिए किसी भी तीर्थ यात्री को अनुमति नहीं दी गई। पिछले माह 8 जून से माना और बामणी गांव के लोगों को दर्शन की अनुमति दी गई थी लेकिन अब बुधवार से चारों धाम देवस्थानम बोर्ड के द्वारा यात्रा आरंभ करने का निर्णय लिया गया है
यात्रा से पूर्व मंदिर परिसर के आसपास सबसे पहले सैनिटाइजर से साफ सफाई की गई उसके बाद मंदिर के आसपास के क्षेत्र को नेट से कवर किया गया है ताकि तीर्थयात्री किसी भी प्रकार से बद्रीनाथ मंदिर के परिसर में लगी हुई रेलिंग को न छू सके इसके अलावा बद्रीनाथ धाम पहुंचने वाले यात्रियों को सोशल डिस्टेंस का ध्यान रखना होगा।
इसके अलावा प्रत्येक दिन भगवान बद्रीविशाल के मंदिर को सैनिटाइजर से भी साफ किया जाएगा तीर्थ यात्रियों को 2 मीटर की दूरी पर फिजिकल डिस्टेंस बनानी होगी।