1932 में स्थापित राजकीय इंटर कॉलेज जोशीमठ में पिछले काफी दिनों से 2 विद्यालयों को संचालित करने का मामला थमने का नाम नहीं ले रहा है दरअसल पूर्व की कांग्रेस सरकार ने राजकीय इंटर कॉलेज जोशीमठ में राजीव नवोदय विद्यालय को संचालित करने की व्यवस्था की थी जिसके बाद राजकीय इंटर कालेज जोशीमठ में दो विद्यालय संचालित होने लगे एक राजकीय इंटर कॉलेज जोशीमठ और दूसरा राजीव नवोदय विद्यालय ,लेकिन अब राजीव नवोदय विद्यालय के नाम से इंटर कॉलेज के 8 भवनों को तोड़कर उनमें राजीव नवोदय विद्यालय संचालित करने की प्लान वर्तमान की भाजपा सरकार बना रही है जिनमें बच्चों के लिए छात्रावास का निर्माण भी किया जाएगा वही इसका स्थानीय लोग विरोध किया है लोगों ने मुख्यमंत्री को एक ज्ञापन भेजकर मामले में हस्तक्षेप करने की बात कही है साथ ही इस और उग्र आंदोलन की चेतावनी दी है जोशीमठ के पूर्व पालिका अध्यक्ष ऋषि प्रसाद सती ने कहा कि अगर सरकार इंटर कॉलेज जोशीमठ में नवोदय विद्यालय को सम्मिलित करती है तो इसका पूर्ण रूप से विरोध किया जाएगा और किसी भी हाल में यहां विद्यालय को संचालित नहीं किया जाएगा। वही सभासद अमित सती ने कहा कि उनके पूर्वजों ने अपनी भूमि दान स्वरूप राजकीय इंटर कॉलेज जोशीमठ को संचालित करने के लिए दी थी अगर नवोदय विद्यालय बना तो इस और आंदोलन किया जाएगा उन्होंने कहा कि सरकार दूसरी जगह पर नई भूमि चयन करके राजीव नवोदय विद्यालय संचालित कर सकती है वहीं राजकीय इंटर कॉलेज जोशीमठ और नवोदय विद्यालय के प्रभारी प्रधानाचार्य राजकिशोर ने बताया कि कुछ दिन पहले लोक निर्माण विभाग की एक टीम ने 8 भवनों चयनित की है और उन्हें ध्वस्त किया जाएगा।बताया कि उच्च अधिकारियों के निर्देश पर जो अध्यापक सरकारी कमरे मैं निवास कर रहे थे उन्हें कमरे छोड़ने का आदेश भी दिया जा चुका है ।गौरतलब है कि 1932 में राजकीय इंटर कॉलेज जोशीमठ को आठवीं और 1952 में हाईस्कूल तथा 1962 में इंटरमीडिएट की स्वीकृति दी गई थी ।

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