स्टोन क्रेशर के भंडारण पर उठने लगे हैं: सवाल स्थानीय लोगों ने प्रशासन से स्टोन क्रेशर में क्षमता से ज्यादा भंडारण होने का अंदेशा जताया है.

कुलसारी के ग्रामीणों ने स्टोन क्रेशर में क्षमता से अधिक आरबीएम होने के कारण स्थानीय प्रशासन से इसकी नपताई करने को लेकर एक ज्ञापन उपजिलाधिकारी दिया है.

ग्वालदम-थराली-कर्णप्रयाग मुख्य मोटर सड़क पर सुनला में स्थापित स्टोन क्रेशर के भंडारण, संचालन व पर्यावरणयी दुष्प्रभाव की जांच को लेकर व्यापार संघ कुलसारी सहित आसपास के लोगों ने मांग करते हुए उप जिलाधिकारी थराली को एक ज्ञापन भेजा हैं।

एसडीएम थराली को भेजे गयें एक ज्ञापन में कुलसारी व्यापार संघ के अध्यक्ष महिपाल भंडारी,खिलाप सिंह बिष्ट,नैन सिंह खत्री,क्षेपंस हरेंद्र सिंह आदि ने कहां हैं कि।मुख्य मोटर सड़क पर स्थापित स्टोन क्रेशर आवादी क्षेत्र के पास स्थापित किया गया हैं। इसके चलने के कारण आसपास के ग्रामीणों के साथ ही वाहनों से गुजरने वाले यात्रियों को भारी दिक्कतों का सामना करना पड़ता है।

इसके अलावा एनजीटी की सख्त पाबंदी के बावजूद भी क्रेसर संचालकों के द्वारा क्रेसर में उपयोग कियें जाने वाले पानी को सीधे पिंडर नदी में प्रवाहित किया जा रहा हैं। जिससे नदी जीव-जंतुओं के विकास पर विपरीत प्रभाव पड़ रहा हैं।ज्ञापन में क्रेसर के भंडारण को लेकर सवाल उठाते हुए कहा गया हैं कि वास्तव में इस क्रेसर को एक बार में कितना आरबीएम व तैयार माल रखने की इजाजत दी गई हैं।

इन दिनों इस क्रेसर में इस कदर आरबीएम जमा किया गया हैं, कि चिन्हित स्थान के बहार मोटर सड़क तक बे तरतीब आरबीएम डम्प किया गया हैं।जोकि अपने आप में जांच का विषय है।ज्ञापन के माध्यम से क्रेसर की जांच कर जरूरी कार्रवाई की मांग की गई हैं। इस की प्रतियां प्रमुख सचिव उत्तराखंड, सचिव खनन, जिलाधिकारी चमोली, एनजीटी भारत सरकार के साथ ही जिला खनन अधिकारी चमोली को भी भेजी गई हैं।

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