नगरपालिका जोशीमठ के अध्यक्ष शैलेंद्र सिंह पवार ने उप जिला अधिकारी जोशीमठ को एक पत्र लिखकर ज्योति विद्यालय द्वारा फीस वसूली करने का आरोप लगाया है पत्र में लिखा गया है कि उनको अभिभावकों ने विद्यालय द्वारा फीस जमा करने की बात कही है जिस पर नगर पालिका अध्यक्ष का कहना है कि कोरोनावायरस के चलते लोग इन दिनों काफी परेशान हैं इसलिए विद्यालय को लोगों से फीस नहीं लेनी चाहिए। वही ज्योति विद्यालय परिवार का कहना है कि उनके द्वारा अप्रैल माह की फीस अभिभावकों से ली जा रही है ।कहना है कि केवल उन्हीं लोगों से फीस ली जा रही है जो फीस जमा करने में सक्षम है जिनकी पारिवारिक की स्थिति ठीक नहीं है उनमें अधिकांश लोग सेना के जवान और अधिकारी हैं विद्यालय परिवार का कहना है कि भविष्य में कोरोनावायरस के बाद जब स्थिति कुछ ठीक हो जाएगी उसके बाद अभिभावक अपनी फीस जमा कर सकते हैं लेकिन उनके द्वारा किसी से भी ज्यादा फीस नहीं ली जा रही है विद्यालय परिवार का कहना है कि उनको कुछ अभिभावकों ने कहा है कि हम अपने बच्चे की फीस जमा कर रहे हैं इसलिए उनकी फीस जमा की गई है जबकि अन्य बच्चों की फीस अभिभावकों की क्षमता के अनुसार जमा की जा रही है विद्यालय के लोगों का कहना है कि अभिभावकों के द्वारा दी गई फीस से ही टीचर का मानदेय निकलता है और उनके घर परिवार भी कोरोनावायरस के चलते प्रभावित हो चुके हैं अगर इसमें कोई अभिभावक सामने से आकर फीस जमा कर रहा है तो वही फीस विद्यालय के द्वारा जमा की जा रही हैं गौरतलब है कि जोशीमठ का चर्चित ज्योति विद्यालय पठन-पाठन से लेकर सांस्कृतिक कार्यक्रमों में भी अपनी सहभागिता निभाता है यहां लगभग 700 छात्र-छात्राएं अध्ययन करती हैं लेकिन नगरपालिका अध्यक्ष के द्वारा दिए गए पत्र से विद्यालय पर कई सवालिया निशान खड़े हो रहे हैं।

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