बलबीर परमार
उत्तरकाशी। प्लोग्गिंग (जोगिंग करते हुए रास्ते का कूड़ा इकट्ठा करना) को बढ़ावा देने के लिए जिलाधिकारी डॉक्टर आशीष चैहान के नेतृत्व में विभागीय अधिकारियों एवं कर्मचारियों ने 2750 मीटर की ऊँचाई पर बसा पर्यटक स्थल चैरंगी से नचिकेता ताल ट्रैक एवं ताल परिसर के चारों ओर सफाई की। सालांे से पड़े कूड़े को जिलाधिकारी आशीष चैहान के नेतृत्व में खराब मौसम के बीच इकठ्ठा किया गया और इस मौके पर एक मैसेज देने की कोशिश की गई ।
-उत्तरकाशी जिलाधिकारी स्वच्छ मिशन के तहत एक नई मुहिम छेड़ी हुई है जिस मुहिम का नाम है प्लोग्गिंग मतलब (जोगिंग करते हुए रास्ते का कूड़ा इकट्ठा करना)। इसी मुहिम को बढ़ावा देने के लिए जिलाधिकारी डॉक्टर आशीष चैहान के नेतृत्व में विभागीय अधिकारियों एवं कर्मचारियों ने 2750 मीटर की ऊँचाई पर बसा पर्यटक स्थल चैरंगी से नचिकेता ताल ट्रैक एवं ताल परिसर के चारों ओर सफाई की। खराब मौसम के बीच यह अभियान चलाया गया। ऊपर से बारिश और होसले के साथ भारी मात्रा में कूड़े को इकठ्ठा किया गया।सालो से इस घाटी में पसरा कूड़े के लिए नचिकेता ताल परिसर के चारों ओर सफाई के लिए अलग-अलग टीमें बनाई गई और ताल के चारों ओर फैला कूड़ा पीने के पानी एवं कांच की खाली बोतलें बिस्कुट ,कुरकुरा, लेज, आदि के रेपर पॉलिथीन आदि को इकट्ठा कर करीब 20 बैग नीचे लाया गया। चैरंगी बाजार एवं ट्रेक रूट पर भी सफाई कर कूड़ा इकट्ठा किया गया। ट्रैक रूट, नचिकेता ताल का कूड़ा ट्रक में भरकर निस्तारण हेतु नीचे लाया गया। इस दौरान जिलाधिकारी डॉक्टर चैहान ने कहा कि ताल के चारों ओर एवं ट्रेक रूट की सफाई की गई है। उन्होंने ट्रैक रूट पर एव नचिकेता ताल परिसर के चारो ओर पर्याप्त डस्टबिन( कूड़ेदान) लगाने के निर्देश वन विभाग को दिए। उन्होंने कहा कि लोगों के अंदर सफाई के प्रति जागरूकता लाने की जरूरत है। कहा कि प्रत्येक नागरिक को सफाई के प्रति गंभीर होना आवश्यक है। उत्तरकाशी में यह पर्यटक स्थल नचिकेता ताल देश दुनिया में अपनी पहचान रखता है। नचिकेता ऋषि ने भी इसी स्थान पर तप कर यमराज को यंहा आने के लिए विवश कर दिया था। समय बदला और कचरे के ढेर लगते गए। पर्यटकों की माने तो पहले और अब के क्लाइमेट में लगातार परिवर्तन आ रहा है। जरूरत है तो प्रकृति को स्वच्छ और सँजोयने की।
बारिश के बीच भी जिस तरह से भारी मात्रा में जिलाधिकारी के नेतृत्व में कूड़ा इकठ्ठा किया गया। साथ 2750 मीटर की ऊँचाई पर बसा यह पर्यटक स्थल से संदेश देने की भी कोशिश की गई है। जिसका नाम पलोग्गिंग रखा गया है।
ख्5ध्6, 5रू16 ।ड, ।दनतंह ळरू उत्तरकाशी इको सेंसिटिव क्षेत्र गंगोरी के पास भागीरथी नदी में आईटीबीपी सीआईजेडब्ल्यू स्कूल महिडाण्डा के जवान ट्रक उतार अचानक खनन करने लगे। जवानों को स्थानीय लोगो द्वारा अवगत कराया गया कि इस जगह आप इस तरह से खनन नही कर सकते ये इको सेंसिटिव जोन के क्षेत्र में आता है। लेकिन आइटीबीपी जवान नही माने और उलटा स्थानीय लोगो को धमकाने लगे। जिससे स्थानीय लोग भड़क गए और आपस मे कहासुनी पर उतर आए । मामला बढ़ता देख जवान वंहा से ट्रक भर वापस लौट गए। आपको को बताते यह क्षेत्र जंहा पे जवानों ने खनन करने की कोशिश की वह इको सेंसिटिव जोन के कड़े कानून में आता है। लेकिन जवान किसके कहने पर यंहा पहुँचे यह बड़ा सवाल खड़ा हो रहा है।
अरण्यरोदन टाइम्स

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