30 अप्रैल को भगवान बद्रीविशाल के कपाट ग्रीष्म काल के लिए खोल दिए जाएंगे लेकिन पूरे विश्व भर में जिस तरीके से कोरोनावायरस अपने पैर पसार चुका है उसे भगवान बद्रीविशाल के कपाट खुलने के बाद यात्रियों के आवागमन पर अभी भी संशय बना हुआ है वहीं इस इस बार बद्रीविशाल के दर्शनों के लिए 30 अप्रैल को बद्रीनाथ धाम पहुंचेंगे उनके स्नान के लिए विशेष तैयारियां की हुई है। बद्रीनाथ धाम के धर्म अधिकारी भुवन चंद्र उनियाल ने बताया कि यात्रियों को एक-एक करके स्नान करने की व्यवस्था की जाएगी कहा की नगर पंचायत और प्रशासन से कुछ बाल्टिया तप्त कुंड के पास व्यवस्था करने की बात कही है ताकि जो भी भक्त तप्त कुंड में स्नान करें वह एक समय पर इकट्ठा न होकर बारी बारी से तप्त कुंड में स्नान कर सके । भगवान बद्रीविशाल के कपाट खुलने के बाद बद्रीनाथ धाम में समिति के कर्मचारी, प्रशासन के कर्मचारी, पुलिस प्रशासन के अलावा कई हक हकूक धारी लोग बद्रीनाथ धाम में पहुंचेंगे जो पावन कुंड में स्नान करने के लिए पहुंचते हैं जिससे कोरोना संक्रमित होने का भय बना रहेगा इसके लिए यह व्यवस्था पूर्व में ही दुरुस्त की जा रही है
तप्त कुंड में नहीं कर पाएंगे तीर्थयात्री एक साथ स्नान
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