विकासखण्ड जोशीमठ के द्वींग गांव में जिलाधिकारी स्वाति एस भदौरिया की अध्यक्षता में आयोजित बहुउदेशीय शिविर में 55 समस्याएं रखी गई। अधिकांश शिकायतों का जिलाधिकारी ने मौके पर ही निस्तारण किया। वही विभिन्न विभागों के स्टाॅलों पर 175 से अधिक लाभार्थियों ने शिविर का लाभ उठाया। द्वींग में बहुउद्देशीय शिविर लगाने और पहली बार किसी जिलाधिकारी के गांव में आने पर क्षेत्रवासियों ने प्रसन्नता व्यक्त करते हुए ढोल नगाडो के साथ जोरदार स्वागत किया।

शिविर में क्षेत्रवासियों ने सड़क, शिक्षा, पेयजल, विद्युत, स्वास्थ्य, दैवीय आपदा में क्षतिग्रस्त पैदल मार्ग, भूमि का मुआवजा न मिलने आदि से जुडी शिकायतें दर्ज की। इस दौरान 08 दिब्यांगजनों को शारीरिक परिक्षण के बाद प्रमाण पत्र भी निर्गत किए गए। जिलाधिकारी ने कहा कि दूरस्थ क्षेत्रों में शिविरों के माध्यम से आम जनता की शिकायतों का स्थानीय स्तर पर ही निस्तारण करने का प्रयास किया जा रहा है ताकि लोगों को जिला मुख्यालय के चक्कर न लगाने पडे। इस दौरान उन्होंने अधिकारियों को जनता की आम शिकायतों को गम्भीरता से लेते हुए प्राथमिकता पर उनका निस्तारण करने एवं शिकायतकर्ता को भी फोन से अवगत कराने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि शिविर में प्राप्त शिकायतों की उनके स्तर से प्रत्येक सोमवार को विभागवार समीक्षा कर उसका निस्तारण भी किया जाता है।

शिविर में तोणजी, द्वींग, लंगसी, पोखनी, किमाणा, पाखी, हयूण, कलगोठ, पल्ला, टंगणी आदि गांवों के स्थानीय निवासियों ने क्षेत्र में सड़क, शिक्षा, क्षतिग्रस्त पैदल मार्ग, टीएचडीसी से जुड़ी समस्याओं को प्रमुखता से जिलाधिकारी के सम्मुख रखा। क्षेत्रवासियों ने लंगसी-द्वींग मोटर मार्ग निर्माण हेतु धनराशि अवमुक्त होने के बावजूद भी कार्य शुरू न किए जाने की समस्या पर जिलाधिकारी ने लोनिवि को 25 मार्च से हर हाल में सड़क कटिंग का कार्य शुरू कराने के निर्देश दिए। ईई लोनिवि ने बताया कि टीएचडीसी द्वारा नदी पर पुल निर्माण न किए जाने से देरी हुई है। इस दौरान लोनिवि और पीएमजीएसवाई को उर्गम-पल्ला मोटर मार्ग, हेलंग-डुमक मोटर मार्ग, गोवन्दिघाट-पुलना मोटर मार्ग पर प्राप्त समस्याओं को भी निस्तारित करने को कहा गया। राष्ट्रीय राजमार्ग चैडीकरण से पाखी व आसपास के प्रभावित परिवारों को मुआवजा न मिलने की शिकायत पर जिलाधिकारी ने बताया कि शासन से मुआवजा धनराशि मिलने में शीघ्र ही इसका वितरण किया जाएगा। लंगसी-गुलाबकोटी मोटर मार्ग पर स्कवर, नाली, सुरक्षा दीवार का निर्माण न किए जाने और इस मोटर मार्ग पर प्रभावित काश्तकारों को मुआवजा वितरण न मिलने की शिकायत पर ईई लोनिवि ने बताया कि मुआवजा धनराशि प्राप्त हो चुकी है। जिस पर जिलाधिकारी ने सोमवार को तहसील जोशीमठ में सभी प्रभावित काश्तकारों में मुआवजा वितरण करने को कहा।

कलगोठ व डुमक के ग्रामीणों ने क्षेत्र में संचार सुविधा न होने की समस्या पर जिलाधिकारी ने कहा कि रिलायंस जिओ द्वारा क्षेत्र में सर्वे कार्य किया जा रहा है और शीघ्र ही क्षेत्रवासियों को भी बेहतर संचार सुविधा मिलेगी। वही पल्ला, जखोला, द्वींग, किमाणा क्षेत्र में आधार कार्ड की समस्या पर जिलाधिकारी ने कहा कि द्वींग में कैम्प लगाकर आधार कार्ड से जुड़ी समस्याओं का शीघ्र निराकरण किया जाएगा।

लंगसी तथा हयूण के प्राथमिक विद्यालय भवन जीर्णशीर्ण होने तथा शिक्षा अधिकारियों द्वारा कभी भी क्षेत्र ं भ्रमण न किए जाने की शिकायत पर जिलाधिकारी ने खण्ड शिक्षा अधिकारी के वेतन आहरण पर रोक लगाते हुए दूरस्थ क्षेत्रों में विद्यालयों की नियमित निरीक्षण करने के निर्देश दिए। उन्होंने चेतावनी देते हुए कहा कि अगर क्षेत्र में विद्यालयों की स्थिति में कोई सुधार नही दिखा तो संबधित अधिकारियों के निलंबन की कार्यवाही भी अमल में लाई जाएगी।

टंगणी मल्ली में स्थाई शिक्षक की नियुक्ति करने, राइका लंगसी व गणाई में रिक्त प्रवक्ता पदों को भरने के लिए भी शिक्षा अधिकारी को आवश्यक कार्यवाही करने को कहा गया। पाखी में होम्योपैथिक चिकित्सक और द्वींग में एएनएम की तैनाती न होने, पंचायत भवन क्षतिग्रस्त होने, प्राथमिक विद्यालय के नजदीक से गुजर रही विद्युत तार को बदल कर बंद केबिल लगाने हेतु संबधित अधिकारियों तत्काल कार्यवाही करने को कहा गया।

किमाणा गांव में विगत दैवीय आपदा में पेयजल योजना क्षतिग्रस्त होने से गांव में पेयजल की किल्लत पर जिलाधिकारी ने एसडीएम की अध्यक्षता में समिति गठित कर जाॅच करने के निर्देश दिए। वही टंगणी मल्ली व पाखी में पेयजल समस्या को दूर करने के लिए जिला योजना में प्रस्ताव उपलब्ध कराने को कहा। पाखी और द्वींग में क्षतिग्रस्त सिंचाई नहर की मरम्मत हेतु सिंचाई विभाग को प्रस्ताव उपलब्ध कराने के निर्देश दिए।

दैवीय आपदा में कलगोठ से डुमक, उर्गम से बडगिन्डा और गणाई गांव में पैदल रास्ते क्षतिग्रस्त होने की शिकायत पर आपदा में प्रस्तावित करने को कहा। टीएचडीसी द्वारा क्षेत्र में टनल निर्माण में ब्लास्टिंग से गांव में आवसीय भवनों, खेतों को हो रहे नुकसान की शिकायत पर डीएम ने एसडीएम को टीएचडीसी के साथ वार्ता करने और जरूरत पडने पर अनुमति को निरस्त करने को कहा। इस दौरान ग्रामीणों ने क्षेत्र में बंदरों की समस्या पर जिलाधिकारी ने वन विभाग के अधिकारियों को बंदर पकडने के लिए टीम भेजने के निर्देश दिए।

शिविर में होम्योपैथिक के स्टाॅल पर 26, एलोपैथिक में 34 लोगों का स्वास्थ्य परीक्षण कर निःशुल्क दवाई वितरित की गयी तथा दिब्यांगजनों का चिकित्सा परीक्षण के बाद 8 दिब्यांगजनों को प्रमाण पत्र निर्गत किए गए। पशुपालन द्वारा 11 पशुपालकों को पशु बीमारी की रोकथाम हेतु निःशुल्क दवा वितरित की गयी। कृषि विभाग ने 16 लोगों को कृषि यन्त्र व रसायन जबकि उद्यान विभाग ने 10 लोगों को औद्यानिक औजार, सब्जी बीज, कीटनाशक दवाईयां वितरित की गयी। समाज कल्याण ने वृद्वावस्था, विधवा, दिब्यांग पेंशन एवं पारिवारिक लाभ के 11 लाभार्थियों का सत्यापन किया। वही सैनिक कल्याण विभाग द्वारा दो पूर्व सैनिकों के पहचान पत्र से जुड़ी समस्या का निराकरण किया गया। ग्राम्य विकास विभाग ने 16 परिवार रजिस्टर नकल एवं 04 बीपीएल प्रमाण पत्र जारी की। शिविर में अन्य विभागों के स्टाॅलों पर भी लोगों को विभागीय योजनाओं से लाभान्वित किया गया।

इस अवसर पर एसडीएम अनिल कुमार चन्याल, सीएओ डा0 केके सिंह, ईई लोनिवि डीएस रावत, ईई जल संस्थान प्रवीन कुमार शैनी, सीएओ राम कुमार दोहरे, डीएचओ तेजपाल सिंह, समाज कल्याण अधिकारी धन्नजय लिंगवाल, डीईओ आशुतोष भण्डारी एवं अन्य जिला स्तरीय अधिकारियों सहित क्षेत्रीय जनप्रतिनिधि जिप सदस्य सूरज शैलानी, क्षेत्र पंचायत सदस्य संदीप रावत, ग्राम प्रधान द्वींग भरत सिंह, पाखी प्रधान संदीप भण्डारी, किमाणा प्रधान मुकेश सेमवाल, कलगोठ प्रधान बीरा देवी आदि सहित भारी संख्या में क्षेत्रीय जनता मौजूद थी।

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