जोशीमठ के नरसिंह मंदिर में आज 40 साल के बाद जाखो का अनोखा मिलन हुआ जोशीमठ क्षेत्र के 4 जाख थैंग चाई, रविग्राम ,और जोशीमठ के चार जाख देवता जब नरसिंह मंदिर पहुंचे तो इस अद्भुत मिलन को देखकर सब दंग रह गए क्योंकि आज तक किसी ने इस प्रकार का अनोखा देव मिलन नहीं देखा था चारों जाख देवता ढोल नगाड़ों के 18 तालों पर एक साथ खेलने कूदने लगे तो यह दृश्य देखकर सब भावविभोर हो गए क्योंकि देवताओं का ऐसा मिलन सौभाग्यशाली लोग ही प्राप्त करते हैं इस मिलन को देखने के लिए सैकड़ों की संख्या में भक्त भी पहुंचे थे महिलाएं फूल और पुष्पों की वर्षा चारों जाख देवता पर करने लगी जोशीमठ के नरसिंह मंदिर में जब मिलन हुआ तो सबसे पहले रविग्राम गांव का जाख नरसिंह मंदिर पहुंचा उसके बाद थैंग गांव का और चाई गांव का जाख अपने बड़े भाई तिलिग से मिलने पहुंचे उसके बाद ढोल दमाऊ की अट्ठारह तलो पर अलग अलग नृत्य कराया गया जिसे देव नृत्य भी कहा जाता है जोशीमठ दी पूजा समिति के अध्यक्ष श्री भुवन चंद्र उनियाल जी ने बताया कि उन्होंने भी कभी बचपन में ऐसे मिलन को देखा था लेकिन आज 40 साल के बाद ऐसा अदभुत मिलन उनके द्वारा देखा गया है उन्होंने बताया कि जब भी इस प्रकार का मिलन होता है तो उसे देवताओं का मिलन कहा जाता है कहा कि अब इस बार क्षेत्र में धन-धान्य और खुशहाली भर भर कर लोगों के घरों में पहुंचेगी उन्होंने कहा कि बदरीनाथ धाम की यात्रा से पहले इस तरीके का मिलन बहुत ही अनोखा है इस बार की यात्रा काफी सुंदर तरीके से चलेगी यही आशीर्वाद चारों जाख देवता ने जोशीमठ क्षेत्र के स्थानीय लोगों को दिया रविग्राम गांव के जाख के पश्वा श्री किशन सिंह भूजवान जी ने कहा कि आज वे इस मिलने को देखकर काफी खुश हैं क्योंकि उनके जीवन में यह पल बहुत बार आया है लेकिन अब समय-समय पर इस तरीके मिलन देखना दुर्लभ हो गया है कलयुग में इस तरीके का देव मिलन सौभाग्यशाली लोगों को ही प्राप्त होता है
40 साल के बाद हुआ अद्भुत मिलन
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