आज सुबह लगभग 6:00 बजे के आसपास चमोली के स्यूण गांव में जंगल में घास काटने गयी महिला श्रीमती धनेश्वरी देवी पत्नी महेंद्र सिंह राणा उम्र 35वर्ष पर भालुओं ने हमला कर मार डाला है। महिला अपने गौशाला के समीप गाँव की अन्य दो-तीन महिलाओं के साथ थोड़ी दूर पर घास काट ही रही थी कि जगंल में छूपे दो-तीन भालुओं ने अचानक महिला पर हमला कर दिया, जब महिला चिल्लाने लगी तो साथ में घास काटने गयी अन्य महिलाओं ने अपनी साथी महिला पर भालुओं के हमले के हमले को देखा तो वो भी हल्ला कर खुब चिल्लाने लगे तो भालुओं ने महिला को चट्टान से नीचे गिरा दिया, जब महिलाएँ ज्यादा चिल्लाने लगे तो पास में बकरी वाले एवं लुदाऊ गांव के ग्रामीणों को चिखने चिल्लाने की आवाज सुनाई दी तो गांव वाले भी इक्कठे हो कर वहाँ पहुँच गए। जब तक कि बकरी वाले एवं पास के ग्रामीण वहां पहुंचते तब तक भालुओं ने महिला को घसीट कर चट्टान से बहुत दूर ले गये। जब महिलाओं, ग्रामीणों एवं बकरी वालों खुब हल्ला-गुल्ला कर चिल्लाने लगे तो तब जाकर भालुओं ने महिला को चट्टान से इतना दूर ले जाकर छोड़ दिया कि गांव वाले वहां पहुंच भी नहीं सकते। जब तक गांव वाले चट्टान जैसे तैसे महिला तक पहुँचे तब तक महिला की मृत्यु हो चुकी थी। परन्तु भालुओं का झुंड बार-बार महिला को खाने के लिए आ रहे थे। जब गांव वालों ने सुबह ही 6:30 बजे वन विभाग के अधिकारियों से सम्पर्क करना चाहा तो किसी ने भी फोन नहीं उठाया, जब गांव वालों ने तहसीलदार एवं उपजिलाधिकारी चमोली से उक्त घटना की जानकारी दी तब जाकर वन विभाग के अधिकारियों ने छोटे कर्मचारियों को वगैर व्यवस्था के घटना स्थल पर भेज दिया। जब गांव वाले महिला को चट्टान से बाहर निकालने में असमर्थ दिखे तो ग्रामीणों ने उपजिलाधिकारी चमोली से एसडीआरएफ की टीम को भेजने की गुहार लगाकर एसडीआरएफ की टीम ने ग्रामीणों की सहयोग से महिला को चट्टान से बाहर निकाला।आज सुबह लगभग 6:00 बजे के आसपास चमोली के स्यूण गांव में जंगल में घास काटने गयी महिला श्रीमती धनेश्वरी देवी पत्नी महेंद्र सिंह राणा उम्र 35वर्ष पर भालुओं ने हमला कर मार डाला है। महिला अपने गौशाला के समीप गाँव की अन्य दो-तीन महिलाओं के साथ थोड़ी दूर पर घास काट ही रही थी कि जगंल में छूपे दो-तीन भालुओं ने अचानक महिला पर हमला कर दिया, जब महिला चिल्लाने लगी तो साथ में घास काटने गयी अन्य महिलाओं ने अपनी साथी महिला पर भालुओं के हमले के हमले को देखा तो वो भी हल्ला कर खुब चिल्लाने लगे तो भालुओं ने महिला को चट्टान से नीचे गिरा दिया, जब महिलाएँ ज्यादा चिल्लाने लगे तो पास में बकरी वाले एवं लुदाऊ गांव के ग्रामीणों को चिखने चिल्लाने की आवाज सुनाई दी तो गांव वाले भी इक्कठे हो कर वहाँ पहुँच गए। जब तक कि बकरी वाले एवं पास के ग्रामीण वहां पहुंचते तब तक भालुओं ने महिला को घसीट कर चट्टान से बहुत दूर ले गये। जब महिलाओं, ग्रामीणों एवं बकरी वालों खुब हल्ला-गुल्ला कर चिल्लाने लगे तो तब जाकर भालुओं ने महिला को चट्टान से इतना दूर ले जाकर छोड़ दिया कि गांव वाले वहां पहुंच भी नहीं सकते। जब तक गांव वाले चट्टान जैसे तैसे महिला तक पहुँचे तब तक महिला की मृत्यु हो चुकी थी। परन्तु भालुओं का झुंड बार-बार महिला को खाने के लिए आ रहे थे। जब गांव वालों ने सुबह ही 6:30 बजे वन विभाग के अधिकारियों से सम्पर्क करना चाहा तो किसी ने भी फोन नहीं उठाया, जब गांव वालों ने तहसीलदार एवं उपजिलाधिकारी चमोली से उक्त घटना की जानकारी दी तब जाकर वन विभाग के अधिकारियों ने छोटे कर्मचारियों को वगैर व्यवस्था के घटना स्थल पर भेज दिया। जब गांव वाले महिला को चट्टान से बाहर निकालने में असमर्थ दिखे तो ग्रामीणों ने उपजिलाधिकारी चमोली से एसडीआरएफ की टीम को भेजने की गुहार लगाकर एसडीआरएफ की टीम ने ग्रामीणों की सहयोग से महिला को चट्टान से बाहर निकाला। भालूओं की हमले से महिला की मौत होने के कारण वन विभाग अपनी हरकतों से नकाम रही है, ग्रामीणों ने वन विभाग को गांवों में भालुओं के रात्रि के समय गांवों में घुसने एवं फसलों के नुकसान करने की कई बार सूचित कर दिया गया है कि गांव में भालू इन दिनों फसल को काफी नुकसान कर रहा है आज भालू ने महिला पर हमला कर दिया है जिस प्रकार से वन विभाग की काफी लापरवाही होने के कारण यह नुकसान हो रहा है इसका जिम्मेदार वन विभाग रहेगा
भालुओं के हमले से एक महिला की मौत
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