राजधानी दून में बदमाशों ने एक बार फिर पुलिस को चुनौती देने वाले अंदाज में खुलेआम लूट जैसे जघन्य अपराध को अंजाम दे दिया। 03 बेखौफ बदमाश स्कूटी पर सवार होकर आए और रायपुर रोड के वाणी विहार स्थित एक जन सेवा केंद्र (सीएससी) में घुस गए। बदमाशों ने हथियार के बल पर केंद्र संचालक से 3.5 लाख रुपये लूट लिए। जन सेवा केंद्र के संचालक ने जब बदमाशों का पीछा किया और उन्हें रोकने का प्रयास किया तो उनकी स्कूटी को टक्कर मार दी गई। जिस कारण वह सड़क पर गिर गए और गंभीर रूप से घायल हो गए। घटना की सूचना पर पहुंची रायपुर थाना पुलिस ने केंद्र का जायजा लिया और पुलिस ने हाई अलर्ट जारी करते हुए चाराें तरफ नाकाबंदी कर दी है। जिले की सीमाओं पर भी सघन निगरानी शुरू की गई। वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक अजय सिंह के अनुसार घटना का पर्दाफाश करने के लिए अलग-अलग टीम गठित की गई है। जल्द ही आरोपियों को पकड़ लिया जाएगा।
वाणी विहार स्थित भगत सिंह कालोनी में पाल जनसेवा केंद्र है, जहां पर मनी बैंक, मिनी एटीएम, मनी ट्रांसफर, आधार सेवा केंद्र, वोटर आइडी, राशन कार्ड, पैन कार्ड, मोबाइल रिचार्ज, फोटो कापी, आय प्रमाणपत्र, स्थाई प्रमाणपत्र, ई-श्रम कार्ड सहित अन्य कार्य किए जाते हैं। मंगलवार अपराह्न को करीब 04 बजे जनसेवा केंद्र में कुछ ग्राहक रुपये जमा करवाने के लिए पहुंचे थे। इसी दौरान स्कूटी पर सवार 03 बदमाश वहां आ धमके। 02 बदमाश केंद्र के अंदर घुसे, जबकि 01 बाहर खड़ा होकर निगरानी कर रहा था।
बदमाशों ने केंद्र के संचालक अरुण पाल को तमंचा दिखाकर रुपये निकालने को कहा। डर के मारे अरुण पाल ने कुछ रुपये उन्हें दे दिए। इसके बाद बदमाशों ने केंद्र के अन्य दराज खंगाले और कुल 3.50 लाख रुपये लूटकर फरार हो गए। बदमाश जब स्कूटी से फरार हो रहे थे, तभी अरुण पाल ने अपनी स्कूटी से उनका पीछा करना शुरू कर दिया। आगे जाकर अरुण पाल ने उन्हें रोकने का प्रयास किया तो बदमाशों ने उन्हें टक्कर मारकर गिरा दिया।
02 ने लगा रखा था मास्क, सभी पहलुओं की जांच
पुलिस के अनुसार लूट की घटना को अंजाम देने के लिए पहुंचे 03 बदमाशों में से 02 ने मास्क लगा रखा था, जबकि 01 बिना मास्क का था। वहीं, जिस स्कूटी से वह घटना को अंजाम देने के लिए पहुंचे थे, पुलिस उसकी जांच कर रही है। स्कूटी का नंबर मिलने से पुलिस आसानी से बदमाशों तक पहुंच सकती है। पुलिस घटनास्थल के आसपास लगे सीसीटीवी कैमरों को खंगाल रही है।
रेकी कर लूट की घटना को अंजाम देने का अंदेशा
अब तक हुई जांच में यह तथ्य भी सामने आ रहा है कि बदमाशों ने पहले केंद्र की रेकी की और इसके बाद लूट की घटना को अंजाम दिया। क्योंकि जिस तरह से लूट की घटना को अंजाम दिया गया है, उससे यही लग रहा है कि बदमाशों को पता था कि किस समय सेंटर में रकम रहती है। बताया जा रहा है कि सेंटर संचालक शाम को ही दिन भर की जमा धनराशि को बैंक में जमा करने के लिए जाता है, इससे पहले ही बदमाशों ने लूट की घटना को अंजाम दिया।