निकाय चुनाव जब से घोषित हुए हैं तब से उत्तराखंड में राजनीतिक सरगरमियाँ तेज हो गई है ऐसे में जहाँ सत्ता विपक्ष के तमाम नेता तैयारियो में जुट गए हैं वही दावेदारिया भी कम नहीं हो रही
बीजेपी ने प्रदेश के सभी जिलों में रायशुमारी करने के लिए नेताओं की ड्यूटी लगाई हैं जो जिलों में जाकर दावेदारी के कागज ले भी रहे हैं वही मेयर पद के दावेदार भी कम नहीं हैं देहरादून जिले में ही कई दावेदार खडे हो गए हैं गामा,अग्रवाल, थपलियाल , मित्तल, गोयल, ध्यानी, पंवार पुरोहित नाम के 1 दर्जन से ज्यादा दावेदार मैदान में हैं वही सभी महानगर कार्यालय में बैठकर धूप भी सेक रहें हैं और तेल की धार भी देख रहें हैं
वही देहरादून महानगर में सत्ता पक्ष के पार्षद बनने के लिए भी जमकर दावेदारिया हो रही हैं 100 वार्ड में डेढ़ हजार से ज्यादातर लोगो से दावेदारी कर दी हैं वही आज तो हद ही हो गई देहरादून के एक निवर्तमान पार्षद और मंडल अध्यक्ष के बीच रायशुमारी के बीच मामला इतना गर्म हो गया की बात हाथपाई तक पहुंच गई किसी तरह से पार्टी के नेताओं ने एक दूसरे को छुड़ाया हालांकि प्रत्यक्ष दर्शीयो की माने तो देहरादून महानगर में मारपीट की स्थिति ठीक वैसी ही थी जैसे कुछ दिन पहले देहरादून में दो लड़कियों के बीच मारपीट का वीडियो वायरल हुआ था चलिए कुछ भी हो बीजेपी के महानगर अध्यक्ष सिद्धार्थ अग्रवाल ने साफ कहा कि मारपीट जैसी कोई घटना नहीं हुई केवल सुझाव देने को लेकर बात हुई जिसे आपसी बातचीत में सुलझा लिया गया