उत्तराखंड में स्वास्थय सेवाएं बदहाली की कगार पर खड़े स्वास्थ्य महकमा की एक और लापरवाही सामने आई है सीमांत जिले चमोली में स्वास्थ्य व्यवस्थाएं अब मरीजों की जान लेने पर तुली हुई है यहां सामान्य बीमारी के इलाज करने के लिए जो भी मरीज अस्पताल में भर्ती हो रहा है वह दम तोड़कर अपनी जिंदगी को गवाह रहा है स्वास्थ्य विभाग की बदहाल व्यवस्था उत्तराखंड सरकार का मुंह चिढ़ा रही है और हो भी क्यों न जिस विभाग को स्वयं प्रदेश का मुखिया देख रहा हो और वहां इस प्रकार की लापरवाही उजागर हो तो कहीं सवाल खड़े होते हैं
ताजा मामला जोशीमठ सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में एक मरीज की मौत होने पर से आया है परिजनों का आरोप है कि डॉक्टरों की लापरवाही से तपोवन निवासी बलवंत लाल की मौत हो गई परिजनों ने बताया कि 28 जुलाई को देर शाम 108 की मदद से वे मरीज को सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र जोशीमठ लाए जहां प्राथमिक उपचार के बाद मरीज थोड़ा ठीक हो गया था लेकिन देर रात से अचानक उसकी तबियत बिगड़ने लगी और डॉक्टरों ने उसकी देख बाल नहीं कि मृतक की पत्नी पूरे अस्पताल में स्टाफ नर्स और डॉक्टरों को ढूंढती रही लेकिन रात में डॉक्टर नहीं मिले और डॉक्टर अस्पताल में सोए हुए पाए गए ।
परिजनों ने आरोप लगाया कि सुबह ठीक 3:00 बजे स्टाफ नर्स मरीज की जांच के लिए पहुंची और उस पर ड्रिप लगाई गई लेकिन ड्रिप लगाने के बाद 4:00 बजे के आसपास मरीज ने दम तोड़ दिया ।
वहीं इस पूरे मामले में डॉक्टरों का कहना है कि जब मरीज को थोड़ा आराम मिला तो उसके परिजन उसे अपने साथ लेकर चले गए और रात को फिर मरीज अस्पताल में आकर लेट गया और सुबह उसने दम तोड़ दिया
पूरे मामले में मौके पर पहुंची जोशीमठ पुलिस और तहसीलदार चंद्रशेखर वषिष्ठ ने पूरे मामले को गंभीरता से लेते हुए जांच करने की बात कही है उन्होंने कहा कि इस पूरे मामले में जांच की जाएगी और उसके बाद ही स्पष्ट हो पाएगा कि मृतक की मौत कैसे हुई
वहीं इस पूरे मामले में अस्पताल प्रबंधक की लापरवाही जहां भी उजागर होती है कि अगर कोई मरीज इलाज के बाद घर वापस चला जाता है और पुनः अस्पताल में आता है तो इस बीच स्टाफ नर्स और अस्पताल में गार्ड की ड्यूटी करने वाले लोग कहां सोए हुए थे जो कि एक मरीज आकर स्वयं अस्पताल में लेट जाता है और बाद में उसकी मौत हो जाती है पूरे मामले में सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र जोशीमठ पर कई सवालिया निशान खड़े हो रहे हैं लेकिन अब देखना यह होगा की जांच के बाद इस पूरे मामले में सामने क्या निकल कर आता है