यदि सब ठीक ठाक रहा तो जिले के दूर दराज के गांवों तक स्वास्थ्य सेवा पहुंचाने के लिए जल्द ही टेलीमेडिसिन सेवा शुरू हो जाएगी। जिलाधिकारी स्वाति एस भदौरिया ने कहा कि यह सेवा ग्रामीण इलाकों में रहने वाले लोगों के ईलाज में कारगर साबित होगी। इस सेवा के माध्यम से दूर दराज के गांवों को जोडने का प्रयास किया जायेगा।
इस संबंध में गुरुवार को जिलाधिकारी ने अपने कार्यालय कक्ष में बाहर से आये टेलीमेडिसिन सेेवा प्रदाता (कंसलटेंट) डा0 विज व जिले के सीएमओ एवं डाक्टरों के साथ जिले में टेलीमेडिसिन सेवा शुरू करने को लेकर गहनता से चर्चा की। सेवा प्रदाता द्वारा अपने साथ लाये गये स्वास्थ्य जांच संबंधी उपकरणों की किट व टेवलेट दिखाकर उन्हें आपस में जोडने व उसकी कार्य करने की विधि के बारे में विस्तार से जानकारी दी। सेवा प्रदाता ने अवगत कराया कि उनके द्वारा अपना साफ्टवेयर तैयार किया गया है और तैयार की गई किट में ईसीजी मशीन, यूरेन टेस्ट, ब्लड शूगर टेस्ट सहित ब्लड में ऑक्सीजन, ब्लड प्रेसर व पल्स मापने की सुविधा है। इसके अलावा स्किन डिजीज तथा रोगी की फोटो भी भेजी जा सकती है।
जिलाधिकारी ने बताया गया कि टेलीमेडिसिन सेवा के लिए तय सब सेंटर में फार्मेसिस्ट मरीज के बीमारी के लक्षण टेवलेट में फीड कर ऑलाइन जिला अस्पताल में चिकित्सक को भेजेगे। इसके बाद चिकित्सक मरीज की फीड की गई बीमारी के लक्षणों की जांच कर मरीज को दवाईयां दी जायेंगी। अगर कोई ऐसी बीमारी जिसमें अन्य संस्थान से स्पेशलिस्ट की सलाह की जरूरत होगी तो एम्स को जिला अस्पताल से चिकित्सक टेवलेट से ही रिपोर्ट करेंगे। कभी ऐसा भी हो सकता है कि रोगी को जिला अस्पताल भी बुलाया जा सकता है। टेवलेट को वाई फाई प्रिंटर से जोडकर रोगी की जांच रिपोर्ट की प्रिट कापी भी निकाली जा सकेगी तथाो रोगी की फोटो व उससे बात भी की जा सकेगी। इस सेवा के संचालन के लिए नेट की सुविधा जरूरी है। जिलाधिकारी ने यह भी कहा कि इस सेवा के संचालन हेतु फण्डिंग की व्यवस्था के बारे में जिले में कार्यरत हाईड्रो प्रोजेक्ट कम्पनियों से भी सहयोग के लिए शीघ्र वार्ता की जायेगी। इस अवसर पर सीएमओ डा0 एके डिमरी, एसडीएम सदर बुशरा अंसारी सहित चिकित्सक मौजूद थे।