मा0 राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) उच्च शिक्षा, सहाकारिता, प्रोटोकाल, दुग्ध विकास एवं जनपद के प्रभारी मंत्री डा0 धन सिंह रावत ने गुरूवार को जिला योजना 2019-20 के लिए सभी विभागों की 44.94 करोड़ रुपये की योजनाओं का विभागवार अनुमोदन किया। गुरूवार को क्लेक्ट्रेट सभागार में प्रभारी मंत्री की अध्यक्षता में जिला नियोजन समिति की बैठक संपन्न हुई, जिसमें प्रभारी मंत्री ने अधिकारियों को पुराने एवं अधूरे कार्यो को प्राथमिकता से पूर्ण करते हुए विकास कार्यो को धरातल पर उतारने के निर्देश दिए। समिति की बैठक शुरू होने से पहले सभी सदस्यों एवं अधिकारियों ने जिले के पूर्व प्रभारी मंत्री प्रकाश पंत के आकस्मिक निधन पर दो मिनट का मौन रखकर उनको भावभीनी श्रद्वाजंलि दी।

प्रभारी मंत्री ने कहा कि जिला योजना में ऐसी योजनाओं के प्रस्ताव रखे जाने चाहिए, जो कम लागत की हो तथा कम से कम समय में पूरी हो सके, ताकि योजनाएं समय से पूरी होन पर लोगों को इसका लाभ मिल सके। प्रभारी मंत्री ने लोनिवि को जिला प्लान में छोटे-छोटे कार्यो को ही लेने तथा बडी योजनाओं के प्रस्ताव राज्य सैक्टर में प्रस्तावित करने के निर्देश दिए। जल निगम को भी बडी योजनाएं नाबार्ड या अन्य सैक्टर में प्रस्तावित करने को कहा। लोनिवि एवं वन विभागों को जिले में विश्राम गृहों को आवश्यक सुविधाजनक बनाने के निर्देश दिए। गैरसैंण ब्लाक की अनूसचित जाति बस्ती मूसौं में जल निगम, जल संस्थान एवं समाज कल्याण के माध्यम से पेयजल की ही योजना पर धनराशि व्यय करने के मामले पर प्रभारी मंत्री ने इसकी जाॅच कराने के निर्देश दिए है। पोखरी पेयजल पुर्नगठन योजना का 05 जुलाई को संयुक्त निरीक्षण कर जल संस्थान को हस्तांतरण करने की कार्यवाही करने के निर्देश दिए।

प्रभारी मंत्री ने शिक्षा विभाग को निर्देश दिए कि जिन विद्यालय भवनों की छत बरसात में टपक रही है उन स्कूलों में जिला प्लान से प्राथमिकता के आधार पर मरम्मत कार्य किए जाए। सभी स्कूलों में छात्र को बैठने के लिए फर्नीचर एवं ईलर्निंग जैसी सुविधाएं उपलब्ध हो सके इसके लिए विधायकों से सहयोग लेकर उपलब्ध बजट में विधायक निधि को भी शामिल करते हुए कार्य करने के निर्देश दिए। प्राथमिक विद्यालयों के बंद होने की समस्या पर प्रभारी मंत्री ने कहा कि डीएम एवं सीडीओ की अध्यक्षता में एक समिति गठित की गई है जो क्षेत्र की भौगोलिक स्थिति एवं परिस्थितियों को ध्यान में हुए स्कूल को बंद करने या न करने पर निर्णय लेगी, ताकि क्षेत्र के बच्चों को पठन पाठन में कोई समस्या न हो।

प्रभारी मंत्री ने क्लस्टर आधारित कृषि पर जोर देते हुए कृषि, उद्यान, सहकारिता, दुग्ध, पशुपालन, मत्स्य, रेशम, वन, ग्राम्य विकास विभागों को आपसी समन्वय बनाकर बेहतर ढंग से योजनाओं के प्रस्ताव तैयार कर योजनाओं का क्रियान्वयन करने के निर्देश दिए, ताकि योजनाएं धरातल पर दिखे और किसानों को इसका लाभ मिले। जंगली सुअर और बंदरों की समस्या पर प्रभारी मंत्री ने कहा कि प्रदेश सरकार ने जंगली सुअरों को मारने के लिए अनुमति दे दी है तथा बंदरों के बंधियाकरण की योजना भी तैयार की गई है।

प्रभारी मंत्री ने सहकारिता को जिले में जरूरत के हिसाब से ही कोपरेटिव सचिव रखने तथा जो लोग कार्य कर रहे है उन्ही को रखने की बात कही। कहा कि जिला प्लान में जितना बजट आवंटित है उसी से उनका वेतन दिया जाएगा तथा वेतन के लिए बैंक से अतिरिक्त धनराशि लेने की स्वीकृति नही दी जाएगी। जल निगम, जल संस्थान, युवा कल्याण आदि विभागों के वचनबद्व मदों में जहाॅ कार्मिकों का वेतन देय है या पूरानी देनदारियां है, उन मदों में जिलाधिकारी को शीघ्र धनराशि अवमुक्त करने को कहा।

जिलाधिकारी स्वाति एस भदौरिया ने प्रभारी मंत्री को विभागवार प्रस्तावित परिव्यय एवं प्रस्तावों के बारे में विस्तार से जानकारी दी। उन्होंने बताया कि जिले में कृषि, उद्यान, पशुपालन, वन, ग्राम्य विकास आदि रेखीय विभागों के माध्यम से जिले में 403 क्लस्टर बनाए गए है जिस पर कार्य किया जा रहा है। इसके साथ ही उन्होंने बताया कि जंगली जानवरों से सुरक्षा के लिए जिला प्लान में चैनलिंक फैन्सिंग की योजना को भी शामिल किया गया है। जिस पर प्रभारी मंत्री ने खुशी जाहिर की। इसके अलावा डीएम ने बताया कि सांइस पार्क, डिजिटल लर्निंग तथा पर्यटन से जुडी कुछ योजनाओं को भी इस बार जिला प्लान में रखा गया है।

जिला नियोजन समिति की वित्तीय वर्ष 2019-20 की बैठक में चिकत्सा को 117लाख, आयुर्वेद 70.46लाख, होम्योपैथिक 42.56लाख, कृषि 95लाख, उद्यान/भेषज 82लाख, पशुपालन 100लाख, दुग्ध विकास 60.23लाख, प्रादेशिक विकास दल 307लाख, खेलकूद 79 लाख, उद्योग 28.19लाख, खादी ग्रामोद्योग 21.78लाख, लघु सिंचाई 107 लाख, प्रारम्भिक शिक्षा 312लाख, माध्यमिक शिक्षा 370.92लाख, सामुदायिक विकास 58.60लाख सहित सभी विभागों को मिलाकर 44 करोड़, 94 लाख रुपये की जिला योजना का समिति द्वारा अनुमोदन किया गया।

जिला योजना समिति की बैठक में जिला पंचायत अध्यक्षा रमवती देवी, थराली विधायक मुन्नी देवी शाह, कर्णप्रयाग विधायक सुरेन्द्र सिंह नेगी, बद्रीनाथ विधायक महेन्द्र भट्ट, बीकेटीसी के अध्यक्ष मोहन प्रसाद थपलियाल, समिति के सदस्य गायत्री देवी, धन्ना देवी, मीना फस्र्वाण, गंगा देवी, अनीता देवी, देवेन्द्र सिंह नेगी, राजेन्द्र सिंह, देवेन्द्र सिंह, गुड्डू राम, गजपाल सिंह, ऊषा रावत, भगत सिंह नेगी, भागीरथी कुंजवाल, मनोज भण्डारी, लक्ष्मी देवी, हीरा सिंह, भगवती देवी, उर्मिला बिष्ट, प्रर्मिला सजवाण, अंसी देवी, विनीता देवी सहित पुलिस अधीक्षक यशवंत सिंह चैहान, सीडीओ हसांदत्त पांडे, संयुक्त मजिस्ट्रेट आकांक्षा वर्मा, सीएमओ डा0 एके डिमरी, डीएफओ अमित कंवर, सीटीओ वीरेन्द्र कुमार, डीडीओ एसके राॅय तथा समस्त विभागों के जिला स्तरीय अधिकारी उपस्थित थे।

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