फिर लौटी गर्मी… टूटा रिकॉर्ड, 49 साल में सितंबर में कभी नहीं इतनी तपी धरती

सितंबर में आमतौर पर मैदानी इलाकों में भी रात के समय एसी बंद कर दिए जाते थे। लेकिन अचानक बढ़ी गर्मी के चलते सितंबर में दिन के साथ रात के समय में भी एसी चलाने पड़ रहे हैं।

इस साल मई-जून की प्रचंड गर्मी ने मैदान से लेकर पहाड़ तक लोगों को खूब परेशान किया। अब मानसून के अंतिम चरण में भी गर्मी का सितम कम नहीं हो रहा है। चटक धूप के चलते सितंबर में एक बार फिर गर्मी लौट आई है। सोमवार को तो धरती ऐसी तपी कि 49 साल का रिकॉर्ड टूट गया। दून का अधिकतम तापमान सामान्य से छह डिग्री इजाफे के साथ 36.2 डिग्री दर्ज किया गया। यह हाल सिर्फ देहरादून का नहीं बल्कि प्रदेश भर का रहा। इससे पहले साल 1974 में चार सितंबर को दून का अधिकतम तापमान 36.6 डिग्री रिकॉर्ड किया गया था, जो अब तक का ऑल टाइम रिकॉर्ड है।

सितंबर में आमतौर पर मैदानी इलाकों में भी रात के समय एसी बंद कर दिए जाते थे। लेकिन अचानक बढ़ी गर्मी के चलते सितंबर में दिन के साथ रात के समय में भी एसी चलाने पड़ रहे हैं। मौसम वैज्ञानिकों का कहना है कि उत्तराखंड में बीते तीन-चार दिनों से मानसून कमजोर हुआ है। इसके चलते आसमान साफ है और बादल न होने की वजह से तापमान में इजाफा हुआ है।

वहीं, मंगलवार के तापमान की बात करें तो प्रदेश के पर्वतीय जिलों के कुछ हिस्सों में हल्की से हल्की बारिश होने के आसार हैं। जबकि मैदानी इलाकों में मौसम शुष्क रहेगा। मौसम विज्ञान केंद्र के निदेशक बिक्रम सिंह ने बताया, बीते कुछ दिनों से मौसम पूरी तरह से साफ है। उत्तर-पश्चिम हवाओं का दौर भी बंद है। इसके चलते तापमान में बढ़ोतरी हुई है। हालांकि 25-26 सितंबर को पर्वतीय जिलों के साथ मैदानी इलाकों के कुछ हिस्सों में बारिश के आसार हैं। जिससे राहत मिलने के आसार है। रही बात मानसून की विदाई का तो सितंबर के बाद ही उत्तराखंड से मानसून की विदाई होगी।

यह रहा तापमान
स्थान अधिकतम तापमान न्यूनतम तापमान
देहरादून 36.2 23.8
पंतनगर 35.5 25.0
मुक्तेश्वर 26.4 16.4
नई टिहरी 28.8 18.6
सितंबर में बीते दस सालों में इतना रहा दून का तापमान
साल अधिकतम तापमान
2011 33.1
2012 33.0
2013 34.0
2014 32.7
2015 34.0
2016 33.4
2017 34.1
2018 34.5
2019 34.9
2020 35.7
2021 34.0
2022 33.9
2023 35.9