पहाड़ों में सड़क के अभाव में किस तरीके की समस्याएं सामने आती हैं यह आज देखा गया जोशीमठ विकासखंड में जहां
कि किमाणा गांव की एक महिला पहाडी से गिरकर गंभीर रुप से घायल हो गयी है।
गांव में सडक सुविधा न होने के चलते यहां ग्रामीण युवाओं द्वारा घायल महिला का कंधों पर स्ट्रेचर बनाकर 12 किमी पैदल दूरी तय कर चिकित्सालय में भर्ती कराया गया। जहां महिला का उपचार किया जा रहा है। गांव के पास में ही पहाड़ियों पर महिला घास लेने के लिए गई थी तभी अचानक महिला का पैर फिसल गया और महिला चट्टान से गिर पड़ी
सूचना मिलने पर महिला के परिजन और ग्रामीण युवाओं ने मौके पर पहुंचकर महिला को रैस्क्यू किया। किमाणा गांव की सडक मार्ग से दूरी 12 किमी है। ऐसे में युवाओं द्वारा महिला को 12 किमी कंधों में स्ट्रेचर के सहारे लंगसी बदरीनाथ नेशनल हाईवे पर लाया गया। जहां से 108 के माध्यम से महिला को गोपेश्वर चिकित्सालय ले जाया गया। जहां चिकित्सकों द्वारा महिला का उपचार किया जा रहा है।
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किमाणा निवासी प्रदीप भंडारी ने बताया कि गांव को जोड़ने वाली सड़कों पर धीमी गति से काम होने के कारण अभी तक गांव सड़को से नहीं जुड़ पाए हैं। जिसकी वजह से आए दिन ऐसी तस्वीरें सामने आ रही है । किमाणा गांव में सड़क निर्माण का कार्य धीमी गति से चल रहा है जिसकी वजह आने जाने वाले ग्रामीणों को भी परेशानी होती है