जिलाधिकारी स्वाति एस भदौरिया ने जिला चिकित्सालय गोपेश्वर में रविवार को नवजात शिशुओं को पोलियो प्रतिरक्षण दवा पिलाकर पल्स पोलियों प्रतिरक्षण अभियान का शुभारंभ किया। इस अवसर पर नगर पालिका अध्यक्ष सुरेन्द्र लाल, मुख्य चिकित्सा अधिकारी डा0 अनूप कुमार डिमरी एवं स्वास्थ्य विभाग के अन्य अधिकारी भी मौजूद थे। पल्स पोलियो पिलाने के लिए जिले में 601 बूथों एवं 05 ट्रांजिट बूथों बनाये गये है, जिसमें शून्य से 05 वर्ष तक के 45193 नौनिहालों को पोलियो खुराक पिलाने का लक्ष्य है।
जिलाधिकारी ने स्वास्थ्य विभाग के समस्त अधिकारियों को पोलिया अभियान को पूरी गंभीरता से संचालित करने के निर्देश दिये। कहा कि पल्स पोलियो प्रतिरक्षण अभियान के तहत जिले के शून्य से 05 साल तक के सभी नौनिहालों को पोलियों ड्राॅप पिलायी जाय। किसी भी हाल में कोई भी बच्चा पोलिया प्रतिरक्षण दवा लेने से वंचित न रहे। जिलाधिकारी ने कहा कि विशेष अभियान के दिन अगर कोई बच्चा दवा पीने से वंचित रह जाता है तो उसको घर-घर जाने वाली टीम दवा अवश्य पिलाये। जिलाधिकारी ने स्वयं अपने बच्चे को भी पोलिया बूथ पर ले जाकर दवा पिलायी। उन्होंने जिले के समस्त नागरिकों से भी अपने नौनिहालों को पोलियो बूथ पर ले जाकर पोलिया खुराक पिलाने की अपील की है, ताकि कोई भी नौनिहाल पोलिया ड्राॅप लेने से वंचित न रहे।
मुख्य चिकित्सा अधिकारी ने कहा कि अभियान के प्रथम दिन बूथों पर पोलियो ड्राप पिलाई जाएगी तथा अगले दो दिन तक डोर-टू-डोर अभियान चलाया जाएगा। जिसमें स्वास्थ्यकर्मी घर-घर जाकर शून्य से पांच वर्ष तक के नौनिहालों को पोलियों की खुराक पिलाएंगे। इसके अलावा प्रमुख स्टेशनों पर बनाये गये ट्रांजिट बूथों पर वाहनों में आने जाने वाले यात्रियों के नौनिहालों को भी पोलियो प्रतिरक्षण दवा पिलायी जायेगी। उन्होंने बताया कि जो बच्चे बूथ पर नही आ सकेगें उन बच्चों को 84126 घरों के लक्ष्य के साथ अभियान के दूसरे व तीसरे दिन पोलियो ड्राप पिलाई जायेगी।
इस अवसर पर मुख्य चिकित्सा अधीक्षक डा0 नरेश जौहरी, डा0 अमित जैन, डा0 हिमान्शु मिश्रा, सहायक प्रतिरक्षण अधिकारी रचना, एचवी जयन्ती खत्री, डीपीएम दीपक खण्डूडी, विपिन कुमार, महेश देवराडी, चन्द्रमोहन बड़वाल एवं बूथ सदस्य उपस्थित थे।