ठंड पर आस्था भारी!—6 महीने की देवरा यात्रा के बाद 10 मार्च को अपने मूल स्थान में विराजमान होंगे। जाख देवता
— भारी बर्फवारी भक्तों के साथ साथ देवताओं की भी परीक्षा ले रही है। जनपद चमोली के जोशीमठ विकासखंड के अति दूरस्थ गाँव कलगोठ के ईष्ट जाख देवता विगत 6 महीनों से देवरा यात्रा पर है। ये देवरा यात्रा बीते एक माह से भारी बर्फ से होकर गुजर रही है। यात्रा में देवी के पश्वा सहित सभी लोग नंगे पांव यात्रा कर रहे हैं। भारी बर्फवारी भी इनकी आस्था को डिगा नहीं पा रही है। इसलिए तो इसे देवभूमि कहा जाता है।
6 महीने के देवरा यात्रा में जाख देवता नें डुमक कलगोठ, ऊर्गम घाटी, जोशीमठ परिक्षेत्र, सलूड डुंग्रा, गणाई मोल्टा, नौरख अगथल्ला, जैंसाल, कुजौं मैकोट, गंगोल गाँव, बेमरू, लांजी पोखनी, थैंग सहित सैकड़ों गांवो का भ्रमण किया। इस देवरा यात्रा में जाख देवता नें विभिन्न गांवो में अपनी ध्याणियों की कुशलछेम ली और उनका अतिथ्य स्वीकारते हुये आशीर्वाद आशीष भी दिया। 6 माह की ये देवरा यात्रा 10 मार्च को सम्पन्न होगी। 10 मार्च को भगवान जाख अपने मूल स्थान में विराजमान होंगे।