हेलंग मारवाड़ी बाईपास विरोध को आज एक महीना हो गया है लेकिन सरकार की ओर से इस महत्वपूर्ण महत्वाकांक्षी योजना में हस्तक्षेप न करने से स्थानीय व्यापारी और लोग काफी नाराज़ हैं ‌‌‍। लोगों का कहना है कि सरकार ने मन बना लिया है कि हेलंग से ही बाईपास बनाया जाएगा और जोशीमठ शहर को खत्म कर दिया जाएगा। लेकिन स्थानीय लोगों ने इस और उग्र आंदोलन करने की चेतावनी देते हुए कहा है कि हम अपने शहर को और शंकराचार्य की भूमि को किसी भी हाल में बर्बाद नहीं होने देंगे और हेलंग मारवाड़ी बाईपास का विरोध करेंगे लोगों ने तर्क दिया है कि जब जोशीमठ के पास सिंहदार से सड़क ले जाने के लिए सभी लोग तैयार हो चुके हैं तो फिर सरकार और बीआरओ को क्या आपत्ति है क्यों नहीं जोशीमठ शहर को जोड़कर सड़क बनाई जा रही है क्यों जोशीमठ शहर के अस्तित्व को केंद्र और राज्य सरकार खत्म करने पर तुली हुई है ।।इस आंदोलन की सबसे बड़ी बात यह है कि जोशीमठ नगर की पहचान और अस्तित्व को बचाने के लिए भाजपा से लेकर कांग्रेस तथा अन्य दलों के सभी राजनीतिक नेता पिछले 1 महीने से धरना प्रदर्शन कर रहे हैं सत्ताधारी पार्टी के वरिष्ठ नेता भी इस आंदोलन को समर्थन दे चुके हैं लेकिन आज तक सरकार की ओर से कोई पहल न करने से लोगों में नाराजगी भी साफ दिखाई दे रही है इस आंदोलन में मुख्य रूप से भाजपा के वरिष्ठ नेता ऋषि प्रसाद सती ,सुभाष डिमरी ,सुरेंद्र दीक्षित, महावीर रावत, डाडो वार्ड के अमित सती,रविग्राम के सभासद, समीर डिमरी, व्यापार सभा अध्यक्ष नैन सिंह भंडारी, अनिल नंबरी , नगर पालिका के पूर्व ईओ, भगवती प्रसाद कपरवाण, कमल रतूडी साथ ही महिलाओं में देवेश्वरी देवी, मीणा डिमरी, गीता परमार, ललिता देवी, विमला देवी ,कमला देवी, आशा सती,मंजू देवी, इस आंदोलन को समर्थन दे रहे हैं साथ ही जोशीमठ व्यापार सभा इस आंदोलन में बढ़-चढ़कर हिस्सा ले रही है।

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here