यमुनोत्री व गंगोत्री धाम में आज हजारों तीर्थयात्रियों का आगमन हुआ। आज यात्रा सुव्यवस्थित और सुचारू रही। यात्रियों की बढती संख्या को देखते हुए जाम की समस्या से निपटने के लिए प्रशासन ने यमुनोत्री व गंगोत्री यात्रा मार्ग पर यातायात व्यवस्था को विनियमित करते हुए गेट सिस्टम को कड़ाई से लागू कर वाहनों को नियंत्रित रूप से अगले गंतव्यों के लिए रवाना करने की व्यवस्था की है। यात्रा मार्गोें पर चिन्हित सुविधाजनक जगहों पर यात्री वाहनों को कुछ देर के लिए रोककर अब एक साथ छोड़ा जाएगा और इस दौरान दूसरी दिशा से वाहनों को आगमन बंद रहेगा।

यमुनोत्री धाम की यात्रा में क्षमता से अधिक यात्रियों के पहॅूुंचने के कारण यमुनोत्री मार्ग पर विभिन्न जगहों बार-बार रहे लग रहे जाम की स्थिति को दूर करने तथा वाहनों में रुके पड़े यात्रियों को सुरक्षित अगले गन्तव्य तक पहुंचाने के लिए जिला प्रशासन और पुलिस का पूरा अमला रात भर जुटा रहा। अनेक स्थानों पर यात्री वाहनों को रोककर सुरक्षित आगे के लिए रवाना करवाया गया। जिलाधिकारी डॉ. मेहरबान सिंह बिष्ट और पुलिस अधीक्षक अर्पण यदुवंशी ने पूरी रात जाम प्रभावित क्षेत्रों में मौजूद रहकर इस मुहिम की आगवानी की। प्रशासन के द्वारा पालीगाड, रानाचट्टी, स्यानाचट्टी, वाहनों में प्रतीक्षारत यात्रियों के लिए पानी, बिस्किट, भोजन तथा आवास आदि व्यवस्थाएं सुनिश्चित करवाई थी और एंबुलेंस सहित चिकित्सा दल को भी क्षेत्र में तैनात किया गया था।

अब यमुनोत्री मार्ग स्थिति सामान्य है और यमुनोत्री धाम में श्रद्धालुजन सुव्यस्थित रूप से मंदिर के दर्शन कर रहे हैं। यात्रा मार्ग पर वाहनों को नियंत्रित किए जाने के फलस्वरूप यमुनोत्री पैदल मार्ग पर तीर्थयात्रियों की आवाजाही सुव्यस्थित और सुचारू बनी रही और भीड़ जमा होने जैसी स्थित उत्पन्न नहीं होने दी गई।
जिलाधिकारी डॉ. मेहरबान सिंह बिष्ट ने यातायात व्यवस्था से जुड़े विभागों व अधिकारियों को यात्रा मार्गाे पर वाहनों की संख्या बढ़ने पर यातायात को विनियमित किये जाने तथा गेट सिस्टम व वन वे व्यवस्था को प्रभावी तरीके से लागू करने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने बताया कि यातायात को सुचारू व सुव्यवस्थित बनाये रखने के लिए यात्रा मार्गों पर वाहनों को चिन्हित स्थानों पर कुछ देर के लिए आवश्यकतानुसार रोक (होल्ड) कर विपरीत दिशा से आने वाले वाहनों को पास कराने के बाद रोके गए वाहनों को नियंत्रित रूप से आगे के स्थानों हेतु रवाना कराए जाने की व्यवस्था की गई है।

यमुनोत्री मार्ग पर डामटा, नौगांव, बड़कोट-दोबाटा, खरादी और पालीगाड में वाहनों को रोक (होल्ड) कर नियंत्रित रूप से आगे रवाना कराने की व्यवस्था की गई है। पालीगाड से जानकीचट्टी तक गेट सिस्टम व वन वे व्यवस्था से वाहनों का आवागमन होगा। इसी तरह की व्यवस्था गंगोत्री मार्ग पर भी लागू की गई है। गंगोत्री मार्ग पर नगुण, डुंडा, उत्तरकाशी, नेताला, हीना, गंगनानी व सोनगाड में वाहनों को रोक (होल्ड) कर आगे रवाना करवाया जाएगा और सोनगाड से झाला तक गेट सिस्टम/ वन वे व्यवस्था से वाहनों का आवागमन होगा।जिलाधिकारी ने यात्रा के दृष्टिगत यात्रा मार्गों व पड़ावों तथा धामों की व्यवस्थाओं व यात्री सुविधाओं को सुनिश्चित किए जाने के लिए सभी विभागों के संबंधित कर्मियों को क्षेत्र में बने रहकर सभी व्यवस्थाएं दुरस्त रखने और यात्रा व्यवस्था हेतु तैनात अधिकारियों को इन सभी कार्यों व व्यवस्थाओं की बारीकी से निगरानी करने के निर्देश दिए हैं। जिलाधिकारी ने कहा कि यात्रियों की सुविधा व सुरक्षा का सर्वोच्च ध्यान रखें और कोई भी समस्या होने पर तुरंत उनसे संपर्क करें। जिलाधिकारी ने कहा कि यात्रा व्यवस्थाओं में लापरवाही बरदाश्त नहीं की जाएगी।