मसूरी देहरादून विकास प्राधिकरण (एमडीडीए) ने दून आइएसबीटी से संचालित होने वाली बसों के प्रवेश-निकास शुल्क में भारी वृद्धि

मसूरी देहरादून विकास प्राधिकरण (एमडीडीए) ने दून आइएसबीटी से संचालित होने वाली बसों के प्रवेश-निकास शुल्क में भारी वृद्धि कर दी है। जिसका असर यात्रियों की जेब पर पड़ सकता है।

एमडीडीए की ओर से जारी आदेश में उत्तराखंड परिवहन निगम की जिन बसों का शुल्क पहले 120 रुपये था, उसे बढ़ाकर 250 रुपये कर दिया गया है।

यही नहीं, दूसरे राज्यों के परिवहन निगम की बसों का शुल्क 120 रुपये से बढ़ाकर 480 रुपये किया गया है। इस शुल्क में 18 प्रतिशत जीएसटी अलग से देना होगा। यानी उत्तराखंड परिवहन निगम की बसों को 286 रुपये, जबकि दूसरे राज्यों की बसों को 566 रुपये शुल्क देना होगा। यह शुल्क आइएसबीटी के भीतर चार घंटे तक के लिए मान्य होगा, इसके बाद शुल्क की दरें और बढ़ जाएंगी।

18 प्रतिशत जीएसटी अतिरिक्त भी लगा दिया

देहरादून आइएसबीटी का संचालन पहले रैमकी कंपनी करती थी, लेकिन करार पूरा होने के बाद बीते वर्ष अगस्त में इसका संचालन एमडीडीए ने अपने हाथों में ले लिया था। अभी तक की व्यवस्था में समस्त परिवहन निगमों की बसों से चार घंटे तक के लिए 120 रुपये, जबकि चार घंटे से 24 घंटे तक की प्रवेश व पार्किंग शुल्क के तौर पर 240 रुपये लिए जाते हैं।

अब एमडीडीए ने यह शुल्क न केवल बढ़ाया है, बल्कि इस पर 18 प्रतिशत जीएसटी अतिरिक्त भी लगा दिया है। अब तक बसों से शुल्क पर जीएसटी नहीं लिया जाता था। अब नई व्यवस्था के बाद उत्तराखंड परिवहन निगम की बसों को पहले ट्रिप पर जीएसटी के साथ 286 रुपये और दूसरे ट्रिप पर 177 रुपये शुल्क देना होगा।

तीसरे व चौथे ट्रिप पर 118 रुपये शुल्क देना होगा। शुल्क की दरों में वृद्धि का विरोध करते हुए उत्तरांचल रोडवेज कर्मचारी यूनियन ने वृद्धि तत्काल वापस लेने की मांग की है। साथ ही आरोप लगाया कि दूसरे राज्यों की बसों के लिए जो बेहताशा वृद्धि की गई है, उससे बसें आइएसबीटी के भीतर आने के बजाए बाहर ही यात्रियों को उतारकर रवाना हो जाएंगी।

निजी बसों पर दरियादिली

एमडीडीए की ओर से परिवहन निगम की बसों का शुल्क तो बढ़ा दिया गया है, लेकिन आइएसबीटी के भीतर से संचालित होने वाली निजी बसों के शुल्क में किसी तरह की वृद्धि नहीं की गई है। परिवहन निगम की मानें तो आइएसबीटी के भीतर से विकासनगर-डाकपत्थर व कालसी की ओर जाने वाली करीब 150 बसें प्रतिदिन संचालित होती हैं। इनसे केवल 75 बसों का एकमुश्त मासिक शुल्क 9000 रुपये लिया जाता है।

15 अप्रैल से यह होगा नया शुल्क

शार्ट स्टे (0 से चार घंटे तक)
ट्रिप संख्या, उत्तराखंड परिवहन निगम, अन्य परिवहन निगम
प्रथम ट्रिप, 250 रुपये, 480 रुपये
द्वितीय ट्रिप, 150 रुपये, 300 रुपये
तृतीय ट्रिप, 100 रुपये, 200 रुपये
चतुर्थ ट्रिप, 100 रुपये, 200 रुपये
लांग स्टे (चार घंटे से 24 घंटे तक)
ट्रिप संख्या, उत्तराखंड परिवहन निगम, अन्य परिवहन निगम
प्रथम ट्रिप, 375 रुपये, 700 रुपये
द्वितीय ट्रिप, 225 रुपये, 450 रुपये
तृतीय ट्रिप, 150 रुपये, 300 रुपये
चतुर्थ ट्रिप, 150 रुपये, 300 रुपये
(नोट: इस शुल्क में 18 प्रतिशत जीएसटी अतिरिक्त देय होगा।)

परिवहन निगम ने किया वृद्धि स्थगित करने का आग्रह

यात्रा व ग्रीष्मकालीन पर्यटन को देखते हुए उत्तराखंड परिवहन निगम ने एमडीडीए से जून तक शुल्क वृद्धि का निर्णय स्थगित करने का आग्रह किया है। निगम के प्रबंध निदेशक डा. आशीष श्रीवास्तव की ओर से इस संबंध में एमडीडीए उपाध्यक्ष को पत्र भेजा गया है। हालांकि, अभी एमडीडीए ने इस पर कोई अंतिम निर्णय नहीं लिया है।

आइएसबीटी में बसों के प्रवेश व पार्किंग शुल्क को लेकर वृद्धि लंबे समय से प्रस्तावित थी। जब पिछले वर्ष एमडीडीए ने आइएसबीटी का स्वामित्व व इसका संचालन अपने अधीन लिया था, उसके बाद बड़ी धनराशि खर्च कर इसका सुधारीकरण व सुंदरीकरण का कार्य कराया गया। शुल्क वृद्धि को लेकर एमडीडीए पहले ही निर्णय कर चुका था और इसके लिए 15 अप्रैल की तिथि निर्धारित की गई थी। अब परिवहन निगम प्रबंधन ने शुल्क वृद्धि जून तक स्थगित करने का अनुरोध किया है, जिस पर विचार किया जा रहा है।

बंशीधर तिवारी, उपाध्यक्ष एमडीडीए