शासन ने मूल्यांकन केंद्रों की भूमिका पर उठाया सवाल, दिए कार्रवाई के निर्देश, पढ़ें पूरी खबर राज्य विवि और महाविद्यालयों में शैक्षणिक सत्र नियमित करने के संबंध में निर्देश दिए गए। शिक्षा सचिव ने कहा, राज्य के उच्च शिक्षण संस्थानों में समयबद्ध रूप से परीक्षा संचालन

एवं शैक्षणिक सत्र को नियमित करने के उद्देश्य से समयबद्ध परीक्षा परिणाम के लिए केंद्रीयकृत परीक्षा मूल्यांकन व्यवस्था समर्थ ई जीओवी को प्रभावी रूप से लागू किया गया है।शासन ने राज्य विश्वविद्यालयों और महाविद्यालयों को शैक्षणिक सत्र नियमित करने एवं केंद्रीयकृत परीक्षा मूल्यांकन प्रणाली के संबंध में निर्देश दिए हैं।

उच्च शिक्षा सचिव शैलेश बगौली की ओर से जारी निर्देश में कहा गया है कि सेमेस्टर आधारित आगामी परीक्षाफल को अनिवार्य रूप से एबीसी आईडी के साथ क्रेडिट मैपिंग करते हुए प्रकाशित किया जाए। काम में लापरवाही पर उन्होंने संबंधित शिक्षकों के खिलाफ कार्रवाई के निर्देश दिए हैं।शिक्षा सचिव ने कहा, राज्य के उच्च शिक्षण संस्थानों में समयबद्ध रूप से परीक्षा संचालन एवं शैक्षणिक सत्र को नियमित करने के उद्देश्य से समयबद्ध परीक्षा परिणाम के लिए केंद्रीयकृत परीक्षा मूल्यांकन व्यवस्था समर्थ ई जीओवी को प्रभावी रूप से लागू किया गया है।

उन्होंने कहा, स्नातक प्रथम सेमेस्टर के लिए केंद्रीयकृत परीक्षा मूल्यांकन व्यवस्था को लेकर जनपदवार चिन्हित एवं चयनित मूल्यांकन केंद्रों की अहम भूमिका रही है, लेकिन कुछ केंद्रों की ओर से संतोषजनक काम नहीं किया जा रहा है।यह भी संज्ञान में आया है कि कुछ प्रधानाध्यापकों को मूल्यांकन कार्य के लिए प्राचार्यों की ओर से समय पर कार्यमुक्त नहीं किया गया। इसके अलावा कुछ शिक्षकों ने इसमें अपना पूरा योगदान नहीं दिया। भविष्य में इस तरह के शिक्षकों के खिलाफ कार्रवाई की जाए।
परीक्षा का मूल्यांकन केंद्रीयकृत परीक्षा मूल्यांकन प्रणाली के तहत कराया जाए

सचिव ने कहा, कि उच्च शिक्षा के तहत राज्य के सभी विवि की यूजी, पीजी एवं व्यावसायिक पाठ्यक्रमों की परीक्षा का मूल्यांकन केंद्रीयकृत परीक्षा मूल्यांकन प्रणाली के तहत कराया जाए। उन्होंने सभी विवि से यह भी अपेक्षा की है कि पूर्व में समर्थ पोर्टल के अलावा ईआरपी सिस्टम के माध्यम से प्रवेश लेने वाले छात्रों का पूरा डाटा राज्य समर्थ टीम एवं समर्थ टीम नई दिल्ली के साथ समन्वय करते हुए हर हाल में 30 जून 2024 से पहले पोर्टल पर लाया जाए। सचिव ने इस संबंध में होने वाली प्रगति की सूचना हर महीने पांच तारीख तक देने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने विश्वविद्यालय से यह भी कहा कि सेमेस्टर आधारित आगामी परीक्षाफल अनिवार्य रूप से एबीसी आईडी के साथ क्रेडिट मैपिंग करते हुए प्रकाशित की जाए।यह है एबीसी क्रेडिट

एकेडमिक बैंक ऑफ क्रेडिट्स एक वर्चुअल, डिजिटल स्टोर हाउस है। जिसमें व्यक्तिगत छात्रों द्वारा उनकी सीखने की यात्रा के दौरान अर्जित क्रेडिट की जानकारी शामिल है। यह छात्रों को अपने खाते खोलने और कॉलेजों या विश्वविद्यालयों में दाखिला लेने और छोड़ने के कई विकल्प देने में सक्षम है